Inspirational Story: शेर जैसा बलवान बनने की इच्छा है तो अवश्य पढ़ें ये कथा
punjabkesari.in Wednesday, May 11, 2022 - 10:09 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Inspirational Story: एक बौद्ध भिक्षु भोजन बनाने के लिए जंगल से लकड़िया चुन रहा था कि उसने कुछ अनोखा देखा। उसने एक बिना पैरों की लोमड़ी देखी, जो ऊपर से स्वस्थ दिख रही थी। उसने सोचा कि आखिर इस हालत में यह जिंदा कैसे है?
वह अपने विचारों में खोया था कि अचानक हलचल होने लगी। जंगल का राजा शेर उस तरफ आ रहा था। भिक्षु तेजी से एक पेड़ पर चढ़ गया और वहां से देखने लगा। शेर ने एक हिरण का शिकार किया था और उसे अपने जबड़े में दबाकर लोमड़ी की तरफ बढ़ रहा था। उसने लोमड़ी पर हमला नहीं किया बल्कि उसे खाने के लिए मांस के टुकड़े दे दिए।
भिक्षु को यह देख कर और भी आश्चर्य हुआ कि शेर लोमड़ी को मारने की बजाय उसे भोजन दे रहा है। उसे अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हो रहा था इसलिए वह अगले दिन फिर वहीं गया और छिप कर शेर का इंतजार करने लगा। आज भी वैसा ही हुआ। भिक्षुक खुद से बोला, ‘‘यह भगवान के होने का प्रमाण है। वह जिसे पैदा करता है उसकी रोटी का भी इंतजाम कर देता है। आज से इस लोमड़ी की तरह मैं भी ऊपर वाले की दया पर जिऊंगा, वही मेरे भोजन की व्यवस्था करेंगे।’’
यही सोच कर वह एक वीरान जगह पर जाकर बैठ गया। पहला दिन बीता, कोई नहीं आया। दूसरे दिन कुछ लोग आए पर किसी ने भिक्षुक की ओर नहीं देखा। धीरे-धीरे उसकी ताकत खत्म हो रही थी। वह चल-फिर भी नहीं पा रहा था, तभी एक महात्मा वहां से गुजरे और भिक्षु के पास पहुंचे।
भिक्षु ने अपनी पूरी कहानी महात्मा को सुनाई और बोला, ‘‘आप ही बताएं कि भगवान मेरे प्रति इतना निर्दयी कैसे हो गया? किसी को इस हालत में पहुंचाना पाप नहीं है?’’
‘‘बिल्कुल है’’, महात्मा जी ने कहा ‘‘लेकिन तुम इतने मूर्ख कैसे हो सकते हो? क्यों नहीं समझते कि ईश्वर तुम्हें उस शेर की तरह बनते देखना चाहते थे, लोमड़ी की तरह नहीं।’’
शिक्षा : जीवन में भी ऐसा ही है कि हमें चीजें जिस तरह समझनी चाहिएं, उसके विपरीत समझ लेते हैं। हम सभी के अंदर कुछ न कुछ ऐसी शक्तियां हैं जो हमें महान बना सकती हैं। जरूरत है उन्हें पहचानने की और यह ध्यान रखने की कि कहीं हम शेर की जगह लोमड़ी तो नहीं बन रहे हैं।