ये हैं कारोबार में बिक्री बढ़ाने के उपाय, रातों रात बन जाएंगे अमीर

punjabkesari.in Tuesday, Aug 13, 2019 - 07:28 AM (IST)

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व्यापार में अनेक प्रकार की रुकावटें और परेशानियां उत्पन्न होती हैं। आज के युग में व्यापार करना मजाक वाला काम नहीं है। इसमें व्यक्ति पैसा तो धीरे-धीरे कमाता है लेकिन ‘घाटा’ एक झटके में हो जाता है। कल तक ठीक से चल रहा व्यवसाय अनेक व्यवधान के कारण तुरन्त हजारों-लाखों  के घाटे में आ जाता है। ऐसी स्थिति का आपको सामना न करना पड़े, सदैव आपका व्यापार फलता-फूलता रहे, इसके लिए निचे दिए जा रहे टोटकों में से एक-दो टोटके इस्तेमाल करें।

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किसी ‘गुरु पुष्य योग’ के चतुर्थी (शुक्लपक्ष) तिथि के दिन प्रात: स्नान करने से पवित्र होकर हरे रंग के वस्त्र की छोटी-सी थैली तैयार करें। उसमें सात मूंग के दाने, दस ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रुद्राक्ष, चांदी का एक सिक्का, दो सुपारी और दो हल्दी की गांठ रख कर उस थैली को गणेश जी की तस्वीर के सामने रख दें। थैली गांठ लगाकर बंद करके रखें। इसके बाद अगरबत्ती जलाकर 11 बार ॐ गणेशाय नम:’ मंत्र पढ़ें। फिर उस थैली को प्रणाम कर कैश बॉक्स, तिजोरी अथवा अन्य रुपए-पैसे रखने वाले स्थान पर रख दें।

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अनेक प्रयास करने पर भी व्यापार में उन्नति नहीं हो पा रही हो, तो श्यामा तुलसी (काली पत्ते वाली तुलसी) के चारों ओर उग आई खर-पतवार को किसी पीले वस्त्र में बांधकर व्यापार स्थल पर रख दें। यह क्रिया बृहस्पतिवार को ही करें।

शुक्रवार के दिन चना और गुड़ और खट्टी-मीठी गोलियां मिलाकर आठ वर्ष के आयु के भीतर के बालकों में बांटें।

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बिक्री बढ़ाने वाले टोटके
प्रात: स्नान से पवित्र होकर तुलसी वृक्ष की जड़ में एक लोटा जल डालें और एक अगरबत्ती जलाकर वहां लगा कर प्रणाम करें। यदि उपाय करते-करते थक चुके हैं और फिर भी दुकान में ग्राहक नदारद हैं, बिक्री नहीं बढ़ रही है तो महीने के शुक्ल पक्ष के प्रथम बृहस्पतिवार से यह प्रयोग आरंभ करें। व्यापार स्थल के मुख्य द्वार के एक कोने को गंगाजल से धोकर पवित्र कर लें। इसके पश्चात हल्दी के पाऊडर से ‘स्वस्तिक’ बना लें। उस पर चने की थोड़ी-सी दाल और गुड़ रख दें। पुन: उस स्वस्तिक को बार-बार नहीं देखें। इस उपाय को 11 बृहस्पतिवार करें।  पहले चढ़ाए गुड़ और दाल मंदिर में चढ़ा दें या बहते दरिया में प्रवाहित कर दें।
 


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Niyati Bhandari

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