Holika Dahan: ये है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त और पूरी Information

punjabkesari.in Tuesday, Mar 07, 2023 - 04:38 AM (IST)

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Holika Dahan 2023: होली का त्यौहार एक ऐसा त्यौहार है जिसे हर व्यक्ति अपने समय, स्थान और विचारों के अनुरूप मनाता है। होलिका दहन बुराई पर अच्छाई का प्रतीक है तथा यह उत्सव हिरण्यकश्यप और उनके पुत्र प्रहलाद की कथाओं से जुड़ा हुआ है। हिरण्यकश्यप श्री हरि का घोर विरोधी था और उनका पुत्र प्रहलाद श्री हरि का परम भक्त था। एक दिन हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका की सहायता से प्रहलाद का वध करने की योजना बनाई। होलिका को ब्रह्मा जी से वरदान था कि उसे अग्नि जला नहीं सकेगी। इसी वरदान का लाभ उठाते हुए हिरण्यकश्यप ने प्रहलाद को होलिका की गोद में बिठाकर अग्नि में जलाने की योजना बनाई ताकि अग्नि प्रहलाद को जला दे और होलिका वरदान के कारण बच जाए परन्तु श्रीहरि की कृपा से होलिका जल गयी व प्रहलाद को अग्नि जला नहीं पायी।

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Holika Dahan muhurat: यह त्यौहार फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन और चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को फाग या धुलंडी के रूप में मनाया जाता है। इस बार यह त्यौहार 7 मार्च 2023 को दिन मंगलवार को मनाया जाएगा। होलिका दहन का मुहूर्त सांयकाल 6 बजकर 24 मिनट से लेकर रात्रि 8 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। कुल अवधि 2 घंटा 27 मिनट की रहेगी। पूर्णिमा तिथि का आरम्भ 6 मार्च 2023 को सांयकाल 4 बजकर 17 मिनट से हो जायेगा और समापन 7 मार्च 2023 को सांयकाल 6 बजकर 9 मिनट तक रहेगा। अगले दिन बड़ी होली धुलंडी के रूप में मनाकर खुशियां मनायी जाती हैं।

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Holika Dahan Puja Vidhi : होलीका दहन के दौरान अलसी, गेहूं, मटर, चना इत्यादि की बालीयां अगर आपके पास उपलब्ध हों तो उन्हें होलिका दहन में जरूर भूनना चाहिए एवं बाद में प्रसाद के तौर पर वितरण करना चाहिए। दहन के दौरान वहां मौजूद सभी को हालिका की तीन परिक्रमाएं करनी चाहिए। होलिका दहन के बाद उसकी राख को पुरूषों द्वारा मस्तक पर तिलक के रूप में करना चाहिए और स्त्रियों को गले पर लगाने से आपके ऐश्वर्य में बढ़ौतरी होती है और लगी हुई नजर इत्यादि का भी प्रभाव समाप्त हो जाता है। होली की राख को घर में लाकर छिड़कना चाहिए और अधजली लकड़ी को घर के किसी गुप्त स्थान पर रखना चाहिए। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम हो जाता है। इसी दिन घर में एक चोकौर स्थान को साफ करके वहां पर कामदेव की पूजा करने का भी विधान है।

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Sanjay Dara Singh
AstroGem Scientist
LLB., Graduate Gemologist GIA (Gemological Institute of America), Astrology, Numerology and Vastu (SSM)

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Content Writer

Niyati Bhandari

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