Hindu New Year 2025: घर में सुख-शांति के संचार के लिए हिन्दू नव वर्ष पर जलाएं ये दीपक
punjabkesari.in Friday, Mar 28, 2025 - 09:46 AM (IST)

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Hindu New Year 2025: हिन्दू नव वर्ष, जिसे गुड़ी पड़वा, नव वर्ष, चैत्र प्रतिपदा नामों से जाना जाता है, पूरे भारत में बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा को पड़ता है, जो 2025 में 30 मार्च को है। इस दिन को हिन्दू कैलेंडर के अनुसार नव वर्ष की शुरुआत मानी जाती है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य नए साल की शुरुआत में धर्म, संस्कृति, और पारिवारिक समृद्धि की कामना करना होता है।
पूजा के नियम और दीया जलाने का महत्व:
हिन्दू नव वर्ष के दिन पूजा का आयोजन विशेष रूप से घर की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की कामना के लिए किया जाता है। इस दिन विशेष पूजा विधियां और नियम होते हैं जिनका पालन करना अनिवार्य माना जाता है। एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि इस दिन विशेष रूप से एक खास दीया जलाया जाता है। आइए, विस्तार से जानते हैं कि हिन्दू नव वर्ष के पहले दिन कौन सा दीया जलाएं और इसके क्या महत्व होते हैं।
दीया जलाने का महत्व:
दीया जलाना भारतीय संस्कृति में एक प्राचीन परंपरा है, जिसका धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व दोनों है। हिन्दू धर्म में दीपों को ज्ञान, शक्ति और शुभता का प्रतीक माना जाता है। दीपक का जलाना अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का संकेत है। यही कारण है कि हिन्दू नव वर्ष के दिन घरों में दीप जलाए जाते हैं ताकि पूरे वर्ष घर में समृद्धि, सुख-शांति और सुख-समृद्धि बनी रहे।
Some important things related to lighting a lamp दीपक के जलाने से जुड़ी कुछ प्रमुख बातें:
दीपक का जलाना घर में शुभता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
दीपक ज्ञान, प्रगति और अंधकार से उजाले की ओर जाने का प्रतीक है।
दीपक जलाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है और दरिद्रता दूर होती है।
Which lamp to light कौन सा दीया जलाएं:
घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर दीपक जलाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है और समृद्धि बढ़ती है।
घर के पूजा स्थल या मंदिर में घी का दीया जलाना चाहिए ताकि देवी-देवताओं की कृपा बनी रहे।
घर के सभी कोनों में दीपक रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता आती है।
Right time to light diya दीया जलाने के सही समय:
दीपक के साथ मंत्रों का उच्चारण:
दीप जलाने के साथ कुछ खास मंत्रों का उच्चारण भी किया जाता है, जिनसे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। कुछ महत्वपूर्ण मंत्र जो दीप जलाने के साथ बोले जाते हैं:
शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा, शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोस्तुते- इस मंत्र का उच्चारण करने से घर में शुभता और समृद्धि का वास होता है।
ॐ लक्ष्मी नारायणाय नमः- यह मंत्र विशेष रूप से घर में लक्ष्मी के आगमन के लिए उच्चारण किया जाता है।
घी और तिल के तेल का दीपक:
घी से बना दीपक जलाना शुभ माना जाता है क्योंकि घी शुद्धता और दिव्यता का प्रतीक है। यह दीपक विशेष रूप से ताजे घी से जलाना चाहिए। घी का दीपक न केवल घर में सुख-शांति लाता है, बल्कि यह लक्ष्मी के वास का भी प्रतीक होता है।
तिल के तेल से दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है, खासकर हिन्दू नव वर्ष के दिन। तिल का तेल ताजगी और समृद्धि का प्रतीक है और इसे दीपक में जलाना घर में समृद्धि और बरकत लाता है।