Gupt Navratri Special: यहां बेर के पेड़ के नीचे निवास करती हैं मां दुर्गा

punjabkesari.in Sunday, Jul 11, 2021 - 03:18 PM (IST)

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भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जो अपनी आकर्षक बनावट के लिए प्रसिद्ध हैं तो वहीं शास्त्रों में कई ऐसे जगहों का भी जिक्र मिलता है जो पूजनीय तो है लेकिन वहां मंदिर का निर्माण नहीं हुआ। तो आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं कि जहां पर मां दुर्गा एक बेर के पेड़ के नीचे विराजित हैं। बिहार के सुपौल ज़िले में स्थित ये मंदिर वन देवी दुर्गा मंदिर के नाम से जाना जाता है।

हरदी दुर्गा मंदिर जिले की महत्वपूर्ण धरोहर मानी जाती है, इसकी चर्चा पौराणिक ग्रंथों एवं इतिहासकारों द्वारा भी की गई है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान विराटनगर जाने के क्रम में हरदी गांव में देवी वन दुर्गा को स्थापित किया था। तब से लेकर आज तक मां देवी वन दुर्गा की पूजा अर्चना बड़े आस्था और विश्वास के साथ की जाती है। यहां आसपास के ग्रामीणों के अलावा दूर-दूर से भी भक्त अपनी मनोकामना लेकर दर्शन के लिए आते हैं।

ऐतिहासिक भगवती स्थल की महिमा अपरंपार है। श्रद्धालुओं का मानना है कि जो भक्त यहां सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने आते हैं उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूरी होती है। ग्रामीणों के अनुसार हजारों साल पहले मां भगवती की स्थापना की गई। एक बेर के पेड़ के नीचे मां का छोटा सा पिंड स्थापित किया गया था। समय बीतने के साथ ही कुछ लोगों ने व्यक्तिगत रूप से यहां मंदिर स्थापित करने की इच्छा जताई। जिसके बाद कई बार मंदिर बनाने की कोशिश भी की गई। लेकिन मंदिर का निर्माण नहीं हो सका। काफी आरजू मिन्नत के बाद ग्रामीणों के सहयोग से सार्वजनिक मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है।

आपको बता दें कि वैसे तो हर दिन यहां श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। लेकिन मंगलवार व शुक्रवार को पूजा की विशेष महत्वता मानी जाती है। तो वहीं साल भर से यहां छाग बलि देने की भी परंपरा है। हरदी दुर्गा स्थान स्थित मां वन देवी दुर्गा की ख्याति काफी दूर-दूर तक फैली हुई है। यही वजह है कि उक्त मंदिर में सालों भर भक्तों का तांता लगा रहता है। 


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Content Writer

Jyoti

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