गुरुद्वारा सीस गंज साहिब से प्रारंभ होकर नगर कीर्तन गुरुद्वारा नानक पियाऊ साहिब में संपन्न
punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 09:34 AM (IST)
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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने पहली पातशाही गुरु नानक देव के प्रकाश दिवस के उपलक्ष्य में एक भव्य और अद्भुत नगर कीर्तन का आयोजन किया। यह नगर कीर्तन गुरुद्वारा सीस गंज साहिब से अरदास के बाद प्रारंभ हुआ। पांच प्यारेयों की अगुवाई में पावन गुरु ग्रंथ साहिब का स्वरूप मनमोहक पालकी साहिब में सुशोभित था। नगर कीर्तन फतेहपुरी, खारी बावली, नया बाजार चौक, आजाद मार्केट, पुल बंगश मेट्रो स्टेशन, राणा प्रताप बाग और बेबे नानकी चौक से होते हुए देर शाम गुरुद्वारा नानक पियाऊ साहिब में संपन्न हुआ।
दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार हरमीत सिंह कालका और महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों ने नगर कीर्तन में भाग लेते हुए गुरु साहिब के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। नगर कीर्तन में गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल के बच्चों के साथ-साथ गातका पार्टियों और निहंग सिंह जत्थेबंदियों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर गातके के करतब प्रदर्शित किए। रास्ते भर संगत ने चाय, पकोड़े, जलेबियाँ, समोसे, कचौडय़िाँ और विभिन्न पकवानों के लंगर लगाए। श्रद्धालुओं ने पालकी साहिब पर फूलों की वर्षा कर नगर कीर्तन का हार्दिक स्वागत किया और दर्शन कर अपनी उपस्थिति को धन्य बनाया। इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए सरदार कालका और सरदार काहलों ने कहा कि पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी ने उस समय पृथ्वी पर अवतार लिया जब संसार कर्मकांड के अंधकार में डूबा हुआ था। गुरु साहिब ने आकर लोगों को कर्मकांड से बाहर निकाला और अवल अल्लाह नूर उपाया का संदेश दिया। कमेटी के उपाध्यक्ष आत्मा सिंह लुबाना ने कहा, गुरबाणी में है- सतगुरु नानक प्रगटिया, मिटी धुन्ध जग चानन होआ।। अर्थात सतगुरु नानक प्रकट हुए तो संसार का अंधकार मिट गया और उजाला फैल गया।
