गुप्त नवरात्रि में मां को लगाएं ये भोग, हर तरफ़ से मिलेगा लाभ

punjabkesari.in Wednesday, Jul 03, 2019 - 06:15 PM (IST)

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जैसे कि सभी जानते हैं कि आज से यानि आषाढ़ महीने की 3 जुलाई से दस महाविद्याओं को समर्पित गुप्त नवरात्रि शुरू हो चुके हैं। इस दौरान मां की महाविद्याओं क पूजन का विधान है। इसी के चलते हर कोई विधि-विधान से इनकी आराधना करता है। लेकिन अगर आप के बस में ये करना न हो तो आप बहुत सरल तरीके से इन्हें खुश कर सकते हैं। अब आप सोचेंगे वो कैसे ? तो आपको बता दें अपने दिमाग पर अधिक ज़ोर न डालें। हम बताते हैं कैसे-

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दौरान इनकी पूजा के साथ-साथ इन्हें अलग-अलग भोग भी लगाए जाते हैं। आइए जानें किस दिन लगाएं कौन सा भोग-

पहले नवरात्रि पर आदिशक्ति काली को गाय का शुद्ध घी या फिर सफ़ेद मिठाई अर्पित करना चाहिए।

दूसरे नवरात्रि के दिन तारा महाविद्या को शक्कर का भोग लगाएं और भोग लगाने के बाद इसे घर-परिवार  के लोगों में वितरित कर दें। उम्र में वृद्धि होती है।
PunjabKesari, तारा महाविद्या, Tara Mahavidhya
तीसरे नवरात्रि पर षोडशी महाविद्या देवी को दूध या दूध से बनी मिठाई, खीर का भोग मां को लगाएं और ब्राह्मण को दान करें। दुखों से मुक्ति होकर परम आनंद की प्राप्ति होती है।

चतुर्थ नवरात्रि के दिन भुवनेश्वरी महाविद्या को मालपुए का भोग लगाकर ब्राह्मण को दान दें। बुद्धि का विकास होगा, जिससे निर्णय लेने की शक्ति बढ़ेगी है।

नवरात्रि के पांचवें दिन माता छिन्नमस्ता को केले का नैवेद्य अर्पित करें, शरीर स्वस्थ होगा।

छठे दिन मां त्रिपुर भैरवी को शहद का भोग लगाएं। कहा जाता है  इससे आकर्षण शक्ति में वृद्धि होती है।
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सातवें दिन पर मां धूमावती को गुड़ का नैवेद्य अर्पित करें और बाद में ब्राह्मण को दान कर दें। इससे शोक से मुक्ति मिलती है और अचानक आने वाले संकटों से भी रक्षा होती है।

आठवें दिन को श्री बगलामुखी को पीली बर्फ़ी का भोग लगाएं। घर-परिवार में सुख-समृद्धि होगी।

नवमी पर मां मातंगीको नारियल का भोग लगाकर दान करें। संतान संबंधी परेशानियों से मुक्ति मिलती है।

आख़िरी दिन देवी कमला को पूरी-चने व हल्वा का भोग लगाकर कन्या पूजन करें।
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(उपरोक्त दी गई जानकारी धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं)


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Jyoti

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