Green Bangles For Sawan: प्यार के मौसम सावन में विवाहित-कुंवारी महिलाएं श्रृंगार में शामिल करें हरी चूड़ियां
punjabkesari.in Sunday, Jul 06, 2025 - 02:00 PM (IST)

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Green Bangles For Sawan 2025: सावन के महीने में हरी चूड़ियां पहनने की परंपरा बहुत पुरानी और गहराई से सांस्कृतिक एवं धार्मिक मान्यताओं से जुड़ी हुई है। इसका संबंध केवल सौंदर्य या फैशन से नहीं, बल्कि ऊर्जा, प्रकृति और स्त्री जीवन से भी होता है। सावन का महीना वर्षा ऋतु का समय होता है, जब प्रकृति हरी-भरी हो जाती है। हरे रंग को समृद्धि, जीवन, उर्वरता और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। महिलाएं हरे वस्त्र, हरी चूड़ियां आदि पहनकर इस हरियाली और जीवन शक्ति का उत्सव मनाती हैं।
शिव-पार्वती उपासना से संबंध: सावन का महीना शिवजी की उपासना के लिए पवित्र माना जाता है। पार्वती जी ने भी सावन में कठोर तप कर शिव जी को पाया था। महिलाएं पार्वती जी की तरह सौभाग्य प्राप्ति और वैवाहिक सुख के लिए व्रत करती हैं और हरी चूड़ियां पहनती हैं।
हरी चूड़ियां हैं सौभाग्य का प्रतीक: हरी चूड़ियां विवाहित स्त्रियों के लिए सुख-सौभाग्य और पति की लंबी उम्र का प्रतीक मानी जाती हैं। विशेष रूप से सावन में कुंवारी लड़कियां भी हरी चूड़ियां पहन सकती हैं। यह रंग जीवन, प्रेम और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है। यदि कुंवारी कन्याएं शिव-पार्वती के विवाह जैसा सौभाग्य चाहती हैं तो वे भी हरी चूड़ियां पहनकर व्रत आदि कर सकती हैं।
कुछ क्षेत्रों या पारिवारिक परंपराओं में यह धारणा हो सकती है कि हरी चूड़ियां सुहागिनों के लिए अधिक उपयुक्त है लेकिन सामान्यतः: यह रंग सभी महिलाओं को शुभता और उत्सव का अनुभव देता है। हरी चूड़ियां सावन में पहनना प्रकृति, देवी पार्वती और स्त्री ऊर्जा से जुड़ा एक सुंदर प्रतीक है। यह केवल विवाहित स्त्रियों तक सीमित नहीं है। कुंवारी लड़कियां भी श्रद्धा, परंपरा और सौंदर्य के भाव से हरी चूड़ियां पहन सकती हैं।