Good luck 2024 For Radix 3: जानें, साल 2024 मूलांक 3 वालों के लिए रहेगा कितना लकी
punjabkesari.in Thursday, Dec 28, 2023 - 08:51 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Good luck 2024 For Radix 3: जिनकी भी जन्म तारीख 3, 12, 21, 30 है, वे सब मूलांक 3 के अंतर्गत आते है l मूलांक तीन का स्वामी गुरु है। गुरु ग्रह के प्रभाववश आप अनुशासन के मामले में काफी कठोर रहेंगे तथा अपने अधिनस्थों से सख्ती से कार्य लेंगे। काम में ढील या शिथिलता बर्दाश्त नहीं करेंगे। आप एक महत्वाकांक्षी व्यक्ति होंगे और दूसरों पर शासन करने की आपकी सहज इच्छा रहेगी। गुरु ग्रह के प्रभाववश आपकी विचारधारा धार्मिक रहेगी तथा विद्या, अध्ययन, अध्यापन, बौद्धिक स्तर के कार्य तथा धर्म-कर्म के क्षेत्र में आपको अच्छी उपलब्धियां एवं ख्याति प्राप्त होगी। मानसिक रूप से आप काफी संतुलित एवं विकसित व्यक्ति होंगे तथा किसी भी विषय को समझने की आप में विशेष क्षमता रहेगी। तर्क एवं ज्ञान शक्ति आपकी अच्छी रहेगी। आप मन से किसी का भी अहित नहीं करेंगे और दूसरों की भलाई करने में भी अपना समय देते रहेंगे। दान-पुण्य के कार्य भी आप काफी करेंगे। सामाजिक स्थिति आपकी काफी अच्छी रहेगी। समाज में आप अग्रणी एवं मुखिया पद का निर्वहन करना अधिक पसन्द करेंगे। दूसरों को सच्ची सलाह देना आप अपना धर्म समझेंगे। स्वभाव से आप शान्त, कोमल हृदय, मृदुवाणी एवं सत्यवक्ता होंगे। सत्य के मार्ग पर आप चलते हुये कष्टों को भी सहन करेंगे एवं अन्त में विजयश्री को प्राप्त करेंगे।
वर्ष 2024 मिश्रित फलप्रद रहेगा l मई 2024 से जीवन में बड़े बदलावों की सम्भावना है l यह वर्ष कला, वकालत, धर्म, फिलोसफी से जुड़े लोगों के लिए बहुत उन्नत्ति दायक रहेगा l साल को शुभ व अपने अनुकूल बनाने हेतु कुल के देवी-देवता के स्थान पर माथा टेके l अपने स्वयं के अंतर्ज्ञान का सहारा लेकर निर्णय लेंगे तो सफलता अवश्य प्राप्त होगी l
शुभ रंग – पीला
शुभ अंक – 6, 9, 3
शुभ वार – मंगलवार, शुक्रवार व गुरुवार
शुभ माह – जनवरी, मार्च, सितम्बर
शुभ धातु – सोना, पीतल
शुभ रत्न – पुखराज, सुनहला, पिला हकीक
व्रत – गुरुवार का
अनुकूल देवता – शिव
मंत्र - ऊँ ग्राँ ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः।।
जीवन में गुरु ग्रह के शुभ प्रभावों की वृद्धि हेतु गुरु गायत्री मंत्र का प्रातः स्नान के बाद ग्यारह, इक्कीस या एक सौ आठ बार जप करना लाभप्रद रहेगा।
गुरु गायत्री मंत्र - ऊँ अंगिरसाय विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि तन्नो जीवः प्रचोदयात्।।
आचार्य अनुपम जौली
anupamjolly@gmail.com