गरुड़ पुराण: अगर आप भी करते हैं ये काम तो...

punjabkesari.in Wednesday, Feb 05, 2020 - 03:41 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
गरुड पुराण का नाम जैसे ही सुनने को मिलता है, वैसे ही हर व्यक्ति के मन में मौत का खौफ जाग जाता है। क्योंकि इस पुराण में इंसान की मौत के बाद उसके साथ होने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से बताया गया है। गरुड़ पुराण में आत्मा के रहस्य के अलावा ज्ञान, नीति, धर्म, समुद्र शास्त्र, ज्योतिष, आयुर्वेद और जिंदगी से जुड़ी बातें लिखी हुई है। इसमें ऐसी कई बातों का जिक्र मिलता है, जोकि व्यक्ति को अपने जीवन में कलई नहीं करनी चाहिए। 
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देरी से उठना
शास्त्रों के अनुसार सूरज उगने से पहले इंसान को उठ जाना चाहिए। सुबह देर तक सोने से मनुष्य की आयु कम होती है और उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती जाती। जब आप देर तक सोते हैं तो ब्रह्म मुहूर्त की शुद्ध वायु का सेवन नहीं कर पाते हैं जिसके चलते अनेक प्रकार के रोग से ग्रस्त होने का प्रतिशत बढ़ जाता है। 
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रात में दही खाना
वैसे तो यह बात सभी जानते हैं, लेकिन देखा गया है कि बहुत से लोग होटलों में या सफर में रात में दहीं बड़े या दही से बनी कोई चीज खाने से परहेज नहीं करते हैं। कभी कभार तो यह चल जाता है लेकिन अक्सर नहीं। रात में दही खाने से भी मनुष्यों की आयु कम होती है।
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दिन में सेक्स
बहुत से लोग सुबह दिन में अत्यधिक मैथुन करते हैं। यह कार्य भी व्यक्ति को आयु का कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सुबह के समय मैथुन करने तथा अत्यधिक मैथुन करने से भी मनुष्यों की आयु कम होती है। सुबह का समय योग, प्राणायाम, कसरत आदि का होता है और ऐसे समय यदि कोई मनुष्य संभोग करता है तो इससे उसका शरीर कमजोर होता है। 
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बासी मांस का सेवन
शुष्क या सूखे मांस का अर्थ बासी मांस से भी है। यह सबसे घातक सिद्ध हो सकता है। यदि यह मांस संक्रमित नहीं हुआ तो आपकी आयु कम करने में सहायक है, लेकिन संक्रमित हुआ तो इससे आपको कैंसर जैसे रोग हो सकते हैं। 
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श्मशान का धुआं
जब किसी का शरीर जलाया जाता है तो उसमें से कई तरह के हानिकारक तत्व भी निकल सकते हैं, क्योंकि किसी भी मृत शरीर में अनेक प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस उत्पन्न होने लगते हैं। इसमें से कुछ तो बहुत ही खतरनाक होते हैं। जब इन शवों का दाह संस्कार किया जाता है, तब कुछ बैक्टीरिया-वायरस तो शव के साथ ही नष्ट हो जाते हैं और कुछ वायुमंडल में धुएं के साथ फैल जाते हैं। जब कोई व्यक्ति उस धुएं के संपर्क में आता है तो ये बैक्टीरिया-वायरस उसके शरीर से चिपक जाते हैं और विभिन्न प्रकार के रोग फैलाते हैं। इन रोगों से मनुष्य की आयु कम हो सकती है।


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