Vastu Tips: वास्तु के अनुसार शाम के बाद ये आदतें हैं अशुभ, इन्हें अपनाने से बचें
punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 10:03 AM (IST)
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Evening Vastu Rules: वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र में सूर्यास्त के समय को बहुत संवेदनशील और परिवर्तनकारी माना गया है। यह वह समय होता है जब दिन की ऊर्जा समाप्त होती है और रात की शुरुआत होती है, इसलिए इसे संध्याकाल भी कहा जाता है। मान्यताओं के अनुसार, संध्याकाल में मां लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं। यदि इस दौरान कुछ खास कामों को किया जाए, तो इससे घर की सकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और दरिद्रता या दुर्भाग्य का वास हो सकता है। तो आइए जानते हैं कि ऐसे कौन से प्रमुख कार्य हैं, जिन्हें सूर्यास्त के बाद करने से बचना चाहिए।

घर में झाड़ू-पोछा या सफाई करना
ऐसा माना जाता है कि सूर्यास्त के बाद झाड़ू लगाने या कूड़ा बाहर फेंकने से घर की बरकत और सकारात्मकता बाहर चली जाती है। संध्याकाल में मां लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं, और उस समय सफाई करने या कचरा फेंकने से उनका अनादर होता है, जिससे आर्थिक हानि होती है।
पैसे या सफ़ेद चीज़ों का लेन-देन
सूर्यास्त के बाद पैसों का लेन-देन करने से बचना चाहिए। वास्तु और ज्योतिष में यह समय धन-संबंधी कार्यों के लिए शुभ नहीं माना जाता। इसी तरह, दूध, दही, नमक या शक्कर जैसी सफ़ेद चीज़ें भी इस समय किसी को दान या उधार में नहीं देनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से घर के धन-धान्य में कमी आती है और दरिद्रता का वास होता है।

मुख्य द्वार बंद रखना या अंधेरा रखना
संध्याकाल मां लक्ष्मी के घर में प्रवेश का समय होता है। वास्तु के अनुसार, सूर्यास्त के समय घर के मुख्य द्वार को पूरी तरह से बंद नहीं रखना चाहिए और न ही घर में अंधेरा रखना चाहिए। शाम होते ही घर के मुख्य द्वार और सभी कमरों में, विशेष रूप से पूजा घर में, तुरंत रोशनी कर देनी चाहिए। मुख्य द्वार पर एक छोटी लाइट हमेशा जलती रहनी चाहिए, ताकि सकारात्मक ऊर्जा और मां लक्ष्मी का स्वागत हो सके।
तुलसी के पौधे को छूना या जल देना
तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में पूजनीय और मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते तोड़ना, उन्हें छूना या जल अर्पित करना अशुभ माना जाता है। शाम के समय तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है, लेकिन उसे स्पर्श नहीं करना चाहिए।

