Eid Al-fitr 2025: भाईचारा बढ़ाने और खुशियां बांटने का त्यौहार है ईद
punjabkesari.in Sunday, Mar 30, 2025 - 10:16 AM (IST)

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Eid Al-fitr 2025: हर इंसान की जिंदगी में खुशी और गमी आती है, जिसमें सांझ डालना इंसानी फितरत है। सांझी खुशी वाले पर्व भाईचारा और राष्ट्रीय एकता के प्रतीक होते हैं। ईद-उल-फितर, जिसे सेवियों वाली मीठी ईद भी कहा जाता है, मुसलमानों का सबसे बड़ा त्यौहार है। ईद से तात्पर्य खुशी का वह दिन है, जो यादगार के तौर पर मनाया जाए। फितर का अर्थ किसी भी चीज का खोलना है।
यह दिन खुशी और ईश्वर के धन्यवाद के पर्व के रूप में मनाया जाता है। रमजान के रोजों में एक सच्चा मुसलमान अल्लाह की मर्जी के अनुसार जिंदगी बिताता है। शारीरिक इच्छाओं से दूर रहता है और अपने मन पर नियंत्रण करता है। हमारे लिए ईद खुशी का दिन है क्योंकि ईश्वर की तरफ से माफी का परवाना मिल जाता है।
ईद की रात ईश्वर फरिश्तों को कहता है कि गली-मोहल्लों में खड़े हो कर ईदगाह जाने वालों को स्वागतम कहो और फरिश्ते लोगों से कहते हैं कि चलो उस रब-ए-करीम के घर की तरफ, जो बेहद देने वाला है और बड़े-बड़े अपराधों को माफ करने वाला है। ईद का दिन यह सबक देता है कि हमारी खुशी वास्तव में तभी है, अगर हम गरीबों, यतीमों, बेबसों, विधवाओं और बेसहारा लोगों को भी इस खुशी में शामिल करते हैं।
ईद की नमाज के बाद दुआ की जाती है कि ऐ हमारे खुदा, जैसे एक महीना तेरी मर्जी वाली जिंदगी बिताई है, भविष्य में भी हमें वैसी ही जिंदगी बिताने की ताकत दे। वापसी पर बच्चों और दूसरे प्रियजनों को ईदी (पैसे आदि के साथ) और बुजुर्गों को ईद मुबारक कहते हैं। ईद मिलन के जश्न होते हैं जिनमें हर धर्म के लोग एक-दूसरे के गले में बांहें डालते हुए भाईचारा और एक देश के निवासी होने का संदेश देते हुए देश की एकता को मजबूत करते हैं।