Dussehra Vastu Tips: दशहरा पर वास्तु के अनुसार जलाएं दीपक, पाएं जीवन में खुशहाली और समृद्धि
punjabkesari.in Wednesday, Oct 01, 2025 - 07:19 AM (IST)

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Dussehra Vastu Tips: दशहरा या विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह सिर्फ एक त्योहार नहीं बल्कि शक्ति, विजय और सकारात्मक ऊर्जा का दिन है। इस शुभ दिन पर दीपक जलाना घर से नकारात्मकता को दूर कर सुख-समृद्धि और विजय को आमंत्रित करने का सबसे महत्वपूर्ण उपाय माना जाता है। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, इस दिन दीपक जलाने की सही दिशा और उनकी संख्या का विशेष महत्व है, जिससे इसका लाभ कई गुना बढ़ जाता है।
दीपक जलाने की शुभ दिशा
पूजा स्थान में दीपक
पूजा घर में या जहां आप मुख्य पूजा कर रहे हैं, वहां दीपक की लौ को पूर्व दिशा की ओर रखें। पूर्व दिशा सूर्य देव और दीर्घायु से संबंधित है, जिससे आपकी आयु और यश में वृद्धि होती है। उत्तर दिशा: यदि आप धन लाभ और समृद्धि चाहते हैं तो दीपक की लौ उत्तर दिशा की ओर रखें। यह दिशा कुबेर देव की है, जो घर में धन की कमी नहीं होने देती।
चौमुखी दीपक और दक्षिण दिशा का महत्व
वास्तु में दक्षिण दिशा में दीपक जलाना शुभ नहीं माना जाता है क्योंकि यह यमराज की दिशा है। लेकिन दशहरा के दिन संध्याकाल में घर की दक्षिण दिशा में तेल का चौमुखी दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना गया है। यह चौमुखी दीपक चारों दिशाओं में प्रकाश फैलाकर घर के पूर्वजों और दिग्पालों का आशीर्वाद दिलाता है। यह अमंगल को टालता है और जीवन की बड़ी बाधाओं को दूर करता है। यह दीपक तेल का होना चाहिए और इसे केवल शाम के समय ही जलाना चाहिए।
मुख्य द्वार पर दीपक
घर के मुख्य द्वार पर शाम के समय एक या दो दीपक जलाना चाहिए। इसका मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को सुनिश्चित करता है और नकारात्मकता को बाहर ही रोकता है।