रविवार के दिन करें इन चीज़ों का दान, धन धान्य में नहीं होगी जरा भी कमी
punjabkesari.in Saturday, Aug 13, 2022 - 04:01 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
धार्मिक व ज्योतिष शास्त्र में रविवार का दिन भगवान सूर्यदेव को समर्पित है। जिसके उपलक्ष्य में इस दिन इनके पूजन आदि का विधान रहता है। तो वहीं शास्त्रों में वर्णित है जिस किसी पर ग्रहों के राजा सूर्य देव मेहरबान होते हैं। उसके जीवन में यश, मान-सम्मान और धन की कभी कमी नहीं रहती है। साथ ही उस व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल होती है। तो वहीं कुंडली में सूर्य ग्रह की मज़बूत स्थिति व्यक्ति को उन्नति प्रदान करवाती है। ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार रविवार के दिन सूर्य उपासना के साथ कुछ चीजों का दान करना अधिक फलदायी माना गया है। ऐसे में आज हम बताने जा रहे हैं रविवार के दिन को किन चीजों का दान करना चाहिए। साथ ही साथ बताएंगे कि इस दौरान किस विधि के साथ सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए।
मान्यताओं के अनुसार, अगर आप व्यापार में तरक्की नहीं कर पा रहे हैं। काफी समय से व्यवसाय में घाटा झेल रहे हैं तो ऐसे में नौकरी में कामयाबी पाने के लिए रविवार के दिन। गरीबों और ज़रूरतमंदों को सूर्य से संबंधित वस्तुएं यानि कि तांबा, गेहूं, मसूर की दाल, गुड़ और लाल चदंन का दान करें। रविवार के दिन इन चीजों का दान करना बेहद शुभ माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, रविवार के दिन इन चीजों का दान करने से धन की प्राप्ति होती है। साथ व्यवसाय में धीरे-धीरे प्रगति होने लगती है।
तो वही अगर आपके सभी काम बनते बनते बिगड़ जाते हैं तो इसके लिए रविवार के दिन लाल रंग के चंदन का तिलक लगाएं। उसके बाद ही घर से बाहर निकले। ऐसा करने से आप जिस भी काम से बाहर जा रहे हैं तो उसमें आपको सफलता अवश्य मिलेगी।
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इसके अलावा अगर आप अपनी किस्मत के सितारे चमकाना चाहते हैं तो। इसके लिए सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए रोजाना सूर्यदेव को अर्घ्य देते समय उनके बीज मंत्र ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम: का उच्चारण करें। इस मंत्र के जाप से आपके मान-सम्मान व यश में वृद्धि होती है। और तमाम तरह के रोग से मुक्ति मिलती है।
अगले उपाय के तौर पर आपको बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक रविवार के दिन सूर्यदेव को जल में लाल सिंदूर मिलाकर अर्घ्य देने से कुडंली में सूर्य दोष दूर होता है। साथ ही साथ जीवन में तरक्की के नए मार्ग खुलते हैं।
सूर्यदेव को अर्घ्य देने की सही विधि-
सबसे पहले आपको बता दें कि आपको हमेशा ही सूर्यदेवता को जल चढ़ाने के लिए सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद आपको साफ और धुले हुए कपड़े पहनें। संभव हो तो हमेशा उगते सूरज को ही जल चढ़ाएं, क्योंकि इस दौरान अर्घ देने से खास फल मिलता है। माना जाता है कि सुबह के समय जब सूर्य के किरणें निकलती हैं तो सूर्य भगवान को जल चढ़ाने से शरीर के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। सूर्य को अर्घ्य देने से पहले जल में रोली या फिर लाल फूल के साथ अर्घ्य दें। अर्घ्य देते वक्त आपके दोनों हाथ सिर से ऊपर होने चाहिए। ऐसा करने से सूर्य की सभी किरणें शरीर पर पड़ती हैं। इसके साथ ही बता दें जब भी सूर्य भगवान को जल चढ़ाएं तो इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आप अर्घ्य देने के बाद तीन बार परिक्रमा जरूर लगाएं और फिर इसके बाद धरती के पैर छुएं और सूर्यदेव के मंत्र का जाप करते रहें।