Adhik maas 2020: 1 महीने तक करें ये उपाय, साल भर बने रहेंगे मालामाल
punjabkesari.in Saturday, Sep 19, 2020 - 06:45 AM (IST)

Adhik maas 2020: कल से अधिक मास का आरंभ हो गया है। शास्त्रों में इसे पवित्र महीना माना गया है क्योंकि भगवान ने इसे अपना नाम दिया है पुरुषोत्तम। ये मास 18 सितंबर 2020 से 16 अक्टूबर 2020 तक रहेगा। इस महीने में कुछ खास उपाय कर लेने से जन्मों पुरानी दरिद्रता से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-शांति का वास होता है। एक महीने तक राशिनुसार ये अचूक उपाय कर लेने से साल भर मालामाल बने रहेंगे।
मेष- भगवान श्री हरी विष्णु का केसर मिले दूध से अभिषेक करें, संभव हो तो दक्षिणावर्ती शंख में डालकर करें।
वृष- शनिवार सुबह पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और सूर्यास्त पर तेल का दीपदान करें।
मिथुन- एक महीने तक हर रोज कम से कम एक माला श्री विष्णु सहस्त्रनाम् में दिये गए इस मंत्र का जाप करें। मंत्र- यस्य स्मरण मात्रेन जन्म संसार बन्धनात्। विमुच्यते नमस्तमै विष्णवे प्रभविष्णवे ॥
कर्क- ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को घर में कंजक पूजन करें, छोटी कन्याओं को दूध और चावल से बनी खीर खिलाएं और उपहार दें। घर में संभव न हो तो घर के बाहर कंजकों को खीर और उपहार भेंट कर उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें।
सिंह- एक महीने तक हर रोज श्री हरी विष्णु के मन्दिर जाएं, संभव हो तो अधिक से अधिक धार्मिक यात्राएं करें। घर के मंदिर और तुलसी के पास सुबह-शाम चिल के तेल का दीपक जलाएं।
कन्या- हर रोज सुबह शुद्ध होकर 108 बार श्री विष्णु सहस्त्रनाम में दिए गए इस मंत्र का जाप करें। मंत्र- नमः समस्त भूतानां आदि भूताय भूभृते। अनेक रुप रुपाय विष्णवे प्रभविष्णवे॥
पुरुषोत्तम मास में इस मंत्र का हर रोज जाप करना शुभ फल देगा। मंत्र- गोवर्धन धरं वन्दे गोपालं गोपरुपिणं। गोकुलोत्सव मीशानं गोविन्द गोपिकाप्रियं।।
तुला- श्री विष्णु के साथ उनकी प्राणप्रिया लक्ष्मी जी की भी आराधना करें। हर रोज मंदिर जाकर इस मंत्र का जाप। संभव न हो तो घर के मंदिर में बैठकर भी कर सकते हैं मंत्र- ‘श्रीं ह्रीं श्रीं’
वृश्चिक- पुरुषोत्तम मास में आने वाली दोनों एकादशी को अपनी सामर्थ्य के अनुसार दूध और फल का दान करें। दान करना संभव न हो तो व्रत रखें।
धनु- श्री विष्णु सहस्त्रनाम् में बताए गए भगवान विष्णु के इस मंत्र का जाप करें। मंत्र- जगत्प्रभुं देव देव मनन्तं पुरुषोत्तमम्। स्तुवन् नाम सहस्त्रेण पुरुषः सत तोत्थितः।।
मकर- हर रोज श्री हरी विष्णु के सामने बैठकर गायत्री मंत्र का पाठ करें। मंत्र- ॐ भूर्भुव स्वः। तत् सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात्॥
कुंभ- सुबह तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं और शाम को गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं।
मीन- भगवान पुरुषोत्तम के इस मंत्र का जाप करें। मंत्र- ईशानः प्राणदः प्राणो ज्येष्ठः श्रेष्ठः प्रजापतिः। हिरण्यगर्भो भूगर्भो माधवो मधुसूदनः।।