क्या दिन के अनुसार करनी चाहिए यात्रा, वास्तु व ज्योतिष शास्त्र से जानिए

punjabkesari.in Tuesday, Nov 29, 2022 - 01:01 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आप में से कुछ लोगों को बिजनेस के सिलसिले में तो कभी कुछ को किसी रिश्तेदारों से मिलने के लिए यात्रा करनी ही पड़ती है। कुछ यात्राएं सुखद होती है वहीं कुछ यात्राएं कठिनाई और परेशानियों की वजह से दुखद एहसास बनकर रह जाती हैं। वास्तु शास्त्र के साथ साथ हिंदू शास्त्रों में भी दिशा को बहुत महत्‍वपूर्ण माना गया है। दिशाओं के शुभ और अशुभ प्रभाव पर ही हमारे कार्य की सिद्धि निर्भर करती है। कई बार गलत दिशा में यात्रा करने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है लेकिन क्या आप जानते हैं दिशा शूल के माध्‍यम से चारों दिशाओं के शुभ और अशुभ प्रभाव के बारे में जाना जा सकता है। तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि दिशा शूल क्या है और किस दिन कौन सा दिशा शूल होता है। साथ ही साथ इसके उपाय क्या है। उसके बारे में भी पूरी जानकारी देंगे-
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सबसे पहले जानते हैं दिशा शूल है क्या-
शास्त्रों के अनुसार दिशा शूल एक ऐसा अशुभ योग है जो उस संबंधित दिशा में यात्रा करने पर बाधाएं या काम के बिगड़ने के बारे में बताता है। यानि कि जिस दिशा में आप यात्रा के लिए जा रहे हैं और अगर उस दिशा में शूल है तो आपका काम बिगड़ने और काम में बाधाएं आने की पूरी-पूरी आशंका होती है।

बता दें कि सप्ताह के अलग-अलग दिनों में अलग-अलग दिशाओं में शूल बताए गए हैं। तो आइए आगे आपको बताते हैं कि किस दिन कौन सी दिशा में शूल होता है और इसके उपाय क्या है-

सोमवार के दिन पूर्व दिशा में दिशा शूल माना जाता है। यानि कि इस दिन पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। वहीं अगर बहुत जरूरी काम हो तो सोमवार को दर्पण देखकर ही यात्रा पर जाएं। इससे यात्रा में मिलने वाले अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं।

मंगलवार को उत्तर दिशा और उत्तर-पश्चिम कोण में दिशा शूल माना जाता है। ऐसे में इस दिन इन दोनों दिशाओं में यात्रा करने से बचें लेकिन अगर किसी जरूरी काम से आपको इस दिन इस दिशा में यात्रा करनी पड़ जाए तो घर से थोड़ा सा गुड़ खाकर निकलें।
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बुधवार के दिन उत्तर और उत्तर-पूर्व कोण में दिशा शूल होता है। अगर इस दिन यात्रा करना जरूरी हो तो घर से निकलने से पहले तिल और धनिया खाकर निकले।

इस दिन दक्षिण दिशा में दिशा शूल माना जाता है। अगर फिर भी जरूरत पड़ने पर यात्रा करनी पड़ जाए तो उपाय के तौर पर दही खाकर घर से बाहर जाएं।

शुक्रवार को पश्चिम दिशा और दक्षिण-पश्चिम कोण में दिशा शूल होता है इस दिन इन दिशाओं में यात्रा के लिए न निकलें लेकिन अगर जाना पड़ जाए तो शुक्रवार को दिशा शूल के उपाय के तौर पर जौ खाकर यात्रा के लिए निकलें।
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शनिवार के दिन शनिवार को पूर्व दिशा में दिशा शूल माना जाता है वहीं शनिवार के दिन उपाय के तौर पर अदरक या फिर उड़द की दाल खाकर यात्रा पर जाएं।

रविवार की तो पश्चिम दिशा और दक्षिण-पश्चिम कोण में दिशा शूल होता है। वहीं उपाय के तौर पर बता दें कि इस दिन घर से दलिया या फिर घी खाकर यात्रा के लिए जाएं।


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Content Writer

Jyoti

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