भगवान धन्वंतरि के इन मंत्रों का जप करने से मिलेगा सुंदरता का आशीर्वाद

punjabkesari.in Friday, Oct 29, 2021 - 06:10 PM (IST)

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प्रत्येक वर्ष दिवाली से पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है जो भगवान धन्वंतरि को समर्पित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन दिए जलाने का अधिक महत्व है। कहा जाता है कि विधिवत रूप से किए गए धार्मिक कार्य करने से व्यक्ति को आरोग्य व सुंदरता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके अलावा धार्मिक शास्त्रों में भगवान धन्वंतरी को चिकित्सा के देवता भी बताया गया है। अर्थात इनकी पूजा करने वाले को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों से राहत मिलती है। तो आइए आपको बताते हैं कि धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की किस मंत्र स्तोत्र आरती व स्तुति का गायन करने से आपको स्थाई समृद्धि,आरोग्य, सुंदरता और समृद्धि का देवी लक्ष्मी से आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।


धन्वंतरि स्तोत्र

शंखं चक्रं जलौकादधतम्-
अमृतघटम् चारूदौर्भिश्चतुर्भि:।

सूक्ष्म स्वच्छ अति-हृद्यम् शुक-
परि विलसन मौलिसंभोजनेत्रम्।।

कालांभोदोज्वलांगं कटितटविल-
स: चारूपीतांबराढ़यम्।
वंदे धन्वंतरीम् तम् निखिल
गदम् इवपौढदावाग्रिलीलम्।।
यो विश्वं विदधाति पाति-
सततं संहारयत्यंजसा।

सृष्ट्वा दिव्यमहोषधींश्च-
विविधान् दूरीकरोत्यामयान्।।

विंभ्राणों जलिना चकास्ति-
भुवने पीयूषपूर्ण घटम्।
तं धन्वंतरीरूपम् इशम्-
अलम् वन्दामहे श्रेयसे।।

भगवान धन्वंतरि जी की आरती

जय धन्वंतरि देवा, जय धन्वंतरि जी देवा।
जरा-रोग से पीड़ित, जन-जन सुख देवा।।जय धन्वं.।।

तुम समुद्र से निकले, अमृत कलश लिए।
देवासुर के संकट आकर दूर किए।।जय धन्वं.।।
आयुर्वेद बनाया, जग में फैलाया।
सदा स्वस्थ रहने का, साधन बतलाया।।जय धन्वं.।।

भुजा चार अति सुंदर, शंख सुधा धारी।
आयुर्वेद वनस्पति से शोभा भारी।।जय धन्वं.।।

तुम को जो नित ध्यावे, रोग नहीं आवे।
असाध्य रोग भी उसका, निश्चय मिट जावे।।जय धन्वं.।।
हाथ जोड़कर प्रभुजी, दास खड़ा तेरा।
वैद्य-समाज तुम्हारे चरणों का घेरा।।जय धन्वं.।।
धन्वंतरिजी की आरती जो कोई नर गावे।
रोग-शोक न आए, सुख-समृद्धि पावे।।जय धन्वं.।।


पौराणिक मंत्र-

ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:
अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोगनिवारणाय
त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप
श्री धनवंतरी स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नमः॥
सरल मंत्र- ॐ धन्वंतराये नमः॥
 


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Content Writer

Jyoti

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