‘वीर बाल दिवस’ के नाम पर जागो पार्टी ने जताया एतराज
punjabkesari.in Friday, Dec 16, 2022 - 09:55 AM (IST)

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नई दिल्ली (ब्यूरो): भारत सरकार द्वारा हर वर्ष 26 दिसम्बर को गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह तथा बाबा फतेह सिंह जी की महान शहादतों को समर्पित वीर बाल दिवस मनाने संबंधी बीते दिनों ऐलान किया गया था, लेकिन अब इस नाम को लेकर सिखों ने एतराज जताया है।
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जागो पार्टी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. ने इस संबंधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। साथ ही साहिबजादों की याद को समर्पित राष्ट्रीय पर्व मनाने की सरकार की मंशा की प्रशंसा करते हुए नाम बदलने का अनुरोध किया है।
जी.के. ने पत्र में लिखा है कि आपकी सरकार ने हर वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने संबंधी नोटिफिकेशन जारी किया है। जिस भावना को लेकर ये सरकारी आयोजन किए जा रहे हैं, उसके लिए आपकी सरकार प्रशंसा की पात्र है।
यह पहली मर्तबा है कि आपके यत्नों से इस महान शहादत को दुनिया तक पहुंचाने का काम आपकी सरकार द्वारा किया जा रहा है, लेकिन गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों की शहादत के कारनामे को वीर बाल के रूप में संबोधित करना ठीक नहीं है।
सिख कौम साहिबजादों के बड़े कारनामों की वजह से उन्हें बाल या बच्चा मानने की जगह बाबा कहकर सत्कार देती आई है।
साहिबजादों की शहादत की 3 शताब्दियां पूरी हो चुकी हैं और सिख कौम ने उन्हें हमेशा बाबा कहकर ही संबोधित किया है। सिख विचारधारा छोटी उम्र के बावजूद साहिबजादों की बौद्धिक और आध्यात्मिक क्षमता को बुजुर्गों के बराबर मान्यता देते हुए चारों साहिबजादों के नाम के आगे बाबा शब्द लगाती आ रही है।
मंजीत सिंह ने कहा कि यदि साल का एक दिन साहिबजादों को समर्पित करना है, तो वह श्री अकाल तख्त साहिब जी के आदेश के तहत उसका उपयुक्त नाम साहिबजादा शहादत दिवस हो सकता है।