Chhatrapati Shivaji: जब छत्रपति शिवा जी को अपनी माता के देहावसान उपरांत मिली मां
punjabkesari.in Saturday, Nov 05, 2022 - 03:20 PM (IST)

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Shivaji Maharaj story: दक्षिण भारत में बल्लारी नाम का एक छोटा-सा राज्य था। एक बार महाराज शिवाजी की सेना ने उस पर आक्रमण किया। बल्लारी के सैनिक जी जान से लड़े, पर अल्प संख्या में होने के कारण उनकी पराजय हुई। शेष सैनिक बंदी बना लिए गए और उन्हीं में वहां की शासिका रानी मलबाई थीं।
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वीरों का आदर करने वाले महाराज शिवाजी ने उनको सम्मानपूर्वक लाने की आज्ञा दी। पर मलबाई को बंदिनी दशा में यह सम्मान बुरा लगा और उन्होंने शिवाजी से कहा कि मैं तो इस सम्मान के व्यवहार को अपमान की तरह समझती हूं। आप मुझे एक हारे हुए शत्रु के नाते मृत्यु दंड दें।
शिवाजी महाराज ने सिंहासन से उतर कर स्वयं उनका अभिवादन किया और कहा आप जैसी वीर नारियों का मैं अपमान नहीं कर सकता। मेरी माता जीजाबाई का हाल ही में देहावसान हो गया है। मैं उन्हीं की वीर-प्रकृति का दर्शन आप में कर रहा हूं और अब से मैं सदैव आपको माता के समान ही मानूंगा। मलबाई के नेत्र स्नेहवश भर आए, उसने कहा- तुम वास्तव में छत्रपति हो, तुमसे अवश्य ही धर्म और देश की रक्षा होगी।