Chanakya Niti : ऐसे लोगों की शत्रु भी करते हैं तारीफ़

punjabkesari.in Tuesday, May 10, 2022 - 02:37 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आचार्य चाणक्य की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है, इन्होंने अपने ज्ञान के बलबूते पर न केवल समाज में अपनी एक पहचान बनाई बल्कि इन्होंने अपने नीति सूत्र की मदद से न केवल चंद्रगुप्त मौर्य को बल्कि बहुत से लोगों के जीवन को सवारा है। बल्कि कहा जाता है आज चाहे वर्तमान समय में आचार्य चाणक्य जीवित नहीं है परंतु उनकी नीतियां आज भी लोगों के लिए उपयोगी साबित होती हैं। तो चलिए जानते हैं आचार्य चाणक्य द्वारा बताई मानव जीवन से जुड़ी खास बातें- 

वर्तमान समय की बात करें तो कहा जाता है आज हर तरह के काम को करने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है, जिस कारण हर तरह से सहसे शक्तिशाली टेक्नोलॉजी को माना जाने लगा है। परंतु बात करें चाणक्य की तो इनके मुताबिक मनुष्य से शक्तिशाली कोई और नहीं है। परंतु कई बार हालात ऐसे आ जाते हैं कि इतना शक्तिशाली होने के बावजूद मनुष्य भी घबरा जाता है। लेकिन इस संदर्भ में चाणक्य कहते हैं कि जिस प्रकार से रात और दिन होते हैं, ठीक उसी प्रकार से मनुष्य के जीवन में सुख और दुख आते हैं। उसी प्रकार से मनुष्य के जीवन में सुख और दुख आते रहते हैं, चाणक्य का मानना है दुख चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, मनुष्य को कभी उससे घबराना नहीं चाहिए। बल्कि निरंतर बेहतर बनने का प्रयास करना चाहिए। 

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान को किसी भी हालात में खुद को कमजोर नहीं करना चाहिए।, बल्कि मुश्किल समय में भी हमेशा अपनी कुशलता को पहचानने का प्रयास करत रहना चाहिए। कहा जाता है जो इंसान खुद की ताकत को समय रहते पहचान लेता है, वह अपने जीवन में सूर्य की तरह चमकता है साथ ही साथ देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद पाता है। 

आगे चाणक्य कहते हैं जो व्यक्ति अपने जीवन में मेहनत और लगन से बिना रुके अपने लक्ष्य को प्राप्च करता है, ऐसे लोग समाज में तो मान-सम्मान पाते ही हैं बल्कि इनके शत्रु भी इनकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाते। चाणक्य के अनुसार जिस व्यक्ति को अपने ज्ञान और परिश्रम पर पूर्ण विश्वास होता है, वे अपने जीवन में बहुत ऊंचे मुकाम पर पहुंचते हैं। इसके अलावा इनकी सबसे खास बात ये होती है कि ये अपने जीवन में कभी परिस्थिति से घबराते नहीं है, न ही कभी पीछे मुड़कर देखते हैं, केवल अपने भविष्य को बेहतर बनाने में लगे रहते हैं। 

चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति सदैव ज्ञान अर्जित करने के लिए तैयार रहता है, उस पर देवी सरस्वती की अधिक कृपा रहती है। ऐसे लोग हर प्रकार के अधंकार को दूर करने की क्षमता रखते हैं। इसलिए चाणक्य कहते हैं कि ज्ञान कहीं से मिले उसे ठुकराना नहीं चाहिए। 

इसके अतिरिक्त प्रत्येक व्यक्ति अपने अंदर नया सीखने की लालसा को कभी मरने नहीं देना चाहिए। साथ ही साथ अपने कौशल में वृद्धि करते रहें। चाणक्य कहते हैं जिसके पास अधिक कौशल होता है, वो किसी भी काम को करने से घबराता नहीं है, बल्कि हर तरह के विकास में अपने योगदान देता है। 

चाणक्य नीति कहती है कि ज्ञान के साथ-साथ व्यक्ति को अपने कौशल में भी वृद्धि करते रहना चाहते हैं. कुशल व्यक्ति की जरूरत हर किसी की होती है. जिसके पास किसी भी कार्य को करने के लिए विशेष कौशल है, उसे उच्च पदों पर आसीन लोगों का सरंक्षण प्राप्त होता है. ऐसे लोग विकास में अपना अहम योगदान प्रदान करते हैं.


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Jyoti

Recommended News

Related News