Chanakya Niti: दो भय जो रोकते हैं आपकी सफलता, चाणक्य के अनुसार आज ही कर दें अलविदा
punjabkesari.in Saturday, Nov 08, 2025 - 03:59 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Chanakya Niti: चाणक्य, जिन्हें कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, इन्होंने ने जीवन और सफलता के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं। उनकी नीति में यह कहा गया है कि सफलता पाने के लिए कुछ विशेष डर और भय को छोड़ना बहुत जरूरी है। यदि कोई व्यक्ति इन दो चीज़ों से डरता नहीं है, तो वह जीवन में सफल होने की ओर बढ़ सकता है। तो आइए जानते हैं वो कौन सी दो चीज़े हैं।

असफलता का डर
कई लोग किसी भी नए काम में हाथ डालने से पहले असफल होने के डर में रुक जाते हैं। चाणक्य कहते हैं कि असफलता जीवन का हिस्सा है। जो लोग असफल होने के डर से कदम पीछे हटाते हैं, वे कभी अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंच पाते। सफलता उन्हीं को मिलती है जो जोखिम लेने से डरते नहीं हैं और हर असफलता से सीखते हैं।

आलोचना का डर
दूसरों की राय और आलोचना के डर में कई लोग अपने निर्णय बदल लेते हैं। चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति आलोचना से प्रभावित नहीं होता, वह अपने लक्ष्य पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित कर सकता है। आलोचना से डरने वाला व्यक्ति अक्सर अपनी क्षमताओं पर संदेह करता है, जबकि जो व्यक्ति इसमें नहीं फँसता, वह दूसरों के विचारों से बाधित नहीं होता और आगे बढ़ता है।

