चंपा षष्ठी: आज बन रहे खास योग में करें ये उपाय
2019-12-02T07:31:41.787

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज सोमवार, 2 दिसंबर को अगहन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। इस दिन को चंपा षष्ठी और बैंगन छठ के नाम से जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार आज सर्वार्थ सिद्धि योग बनेगा। ये मुहूर्त अपने आप में सिद्ध है। इसमें हर तरह के अशुभ योग को नष्ट करने की शक्ति है। इसमें हर तरह का शुभ काम किया जा सकता है, बिना मुहूर्त देखें। सर्वार्थ सिद्धि योग के दौरान शुक्र अस्त, पंचक, भद्रा जैसी स्थितियों पर भी विचार नहीं किया जाता। इस योग का सबसे बड़ा लाभ ये है की इसमें किया गया पूजा-पाठ जल्दी सिद्ध होता है।
स्कंदपुराण में कहा गया है षष्ठी तिथि, मंगल ग्रह व दक्षिण दिशा कुमार कार्तिकेय को समर्पित है। भविष्य पुराण में बताई गई कथा के अनुसार चंपा षष्ठी के दिन कार्तिकेय अपने परिवार से नाराज होकर मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग पर चले गए थे व इस शुभ दिन पर ही ये देवसेना के सेनापति नियुक्त हुए थे।
सोमवार और चंपा षष्ठी के शुभ योग में अवश्य करें ये उपाय
महाराष्ट्र में आज के दिन मणि-मल्ह के स्वरूप को बैंगन के भर्ते व बाजरे की रोटी का भोग लगता है। आप भी इन दोनों चीज़ों का शिव परिवार को भोग लगाकर गरीबों में बांट दें।
यदि आपके बच्चों के किसी भी काम में बाधा आ रही है तो आज के दिन व्रत अवश्य करें।
शिवलिंग जितना पुराना होगा लाभ उतना ही अधिक होता है। पारद शिवलिंग पर अभिषेक करने से लाभ तुरंत व सहस्त्र गुण होता है। रुद्राभिषेक का फल बहुत शीघ्र प्राप्त होता है। वेदों में इसकी महानता का उल्लेख है परंतु रुद्राभिषेक करने से पूर्व कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। कृष्णपक्ष की प्रतिपदा चतुर्थी, पंचमी, अष्टमी, एकादशी, द्वादशी, अमावस्या, शुक्लपक्ष की द्वितीय पंचमी, षष्ठी, नवमी, द्वादशी, त्रयोदशी तिथि में अभिषेक करने से सुख-समृद्धि, संतान प्राप्ति व ऐश्वर्य प्राप्त होता है। कालसर्प योग, गृह-क्लेश, व्यापार में नुक्सान, शिक्षा में रुकावट सभी बाधाओं को दूर करने में रुद्राभिषेक लाभकारी है।