13 अप्रैल से प्रांरभ हो रहे हैं चैत्र नवरात्रि, जानिए किस पर सवार होकर आएंगी देवी दुर्गा

punjabkesari.in Friday, Mar 12, 2021 - 12:05 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा करने का अधिक महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक वर्ष में जब भी नवरात्रि आते हैं, देवी दुर्गा विभिन्न वाहन पर सवाल होकर आती हैं। इस बार के चैत्र नवरात्रि की बात करें 13 अप्रैल से माता की आराधना का ये पर्व आरंभ हो जाएगा। जिसके साथ देवी दुर्गा के विभिन्न नौ रूपों की अराधना भी शुरू हो जाएही। मान्यता नवरात्रों में देवी की पूजा से जातक की सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। तो आइए जानते हैं कि इस बार मां दुर्गा किस पर सवार होकर अपने भक्तों की इच्छाओं को पूर्ण करने आएंगी। 

घोड़े पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां दुर्गा  के वाहन का अधिक महत्व है। वर्ष में आने वाले प्रत्येक नवरात्रि के पहले दिन माता-दुर्गा अलग-अलग वाहनों पर सवार होकर आती हैं। कहा जाता है माता रानी के वाहन से मनुष्य के जीवन में सुख-समृद्धि का पता भी लगाया जाता है। 

बता दें 2020 में देवी दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आई थी, इस बार भी माता रानी इसी वाहन पर सवार होकर आने वाली है। जी हां, इस बार भी मां के वाहन में 
कोई बदलान नहीं है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को भी मां दुर्गा का वाहन अश्व ही रहेगा। ज्योतिषियों का मानना है कि इस बार चैत्र नवरात्रि का आंरभ मंगलवार से हो रहा है इसलिए मां का वाहन अश्व है। 

नवरात्रि का पर्व इस वर्ष 13 अप्रैल मंगलवार से आरंभ होगा। जिसके अनुसार इसके प्रथम दिन घटस्थापना की जाएगी। इसका समापन 22 अप्रैल 2021 को किया जाएगा। खासतौर पर नवरात्रि पर्व उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, बिहार, गुजरात, बंगाल सहित पूरे भारत में मनाया जाता है। नवरात्रि के दौरान मौके पर व्रत रखने की परंपरा है। 

देवी मां के भक्त पूरे 9 दिनों तक व्रत रखते हैं और पूरे विधि विधान से मां की उपासना करते हैं। बता देें नवरात्रि के पावन मौके पर मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्रि की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में इन सभी देवियों का विशेष महत्व है। ज्योतिष शाास्त्री बताते हैं कि इन सभी देवियों की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति के साथ-साथ नवग्रह से भी शांति मिलती है। 


 


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Content Writer

Jyoti

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