Birth date Secrets: अपनी जन्मतारीख से जानिए, भारत का कौन-सा दिव्य मंदिर है आपका सौभाग्य स्थल
punjabkesari.in Saturday, Nov 29, 2025 - 12:02 PM (IST)
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Birth date Secrets: अंक ज्योतिष के अनुसार, आपकी जन्मतिथि का योग, जिसे मूलांक कहा जाता है, आपके जीवन पर शासन करने वाले ग्रह को दर्शाता है। यह स्वामी ग्रह आपकी प्रकृति, भाग्य और आध्यात्मिक आवश्यकताओं को प्रभावित करता है। इसी मूलांक के आधार पर, यह माना जाता है कि कुछ विशिष्ट प्राचीन मंदिरों के दर्शन या इष्ट देव की पूजा करना आपके जीवन में सकारात्मकता, सफलता और दैवीय आशीर्वाद ला सकता है।

मंदिरों के दर्शन का विशेष लाभ
मूलांक 1 - सूर्य (सूर्य देव/भगवान विष्णु)
सूर्य ऊर्जा, नेतृत्व और यश का कारक है। कोणार्क सूर्य मंदिर या बद्रीनाथ के दर्शन करने से आपको नेतृत्व क्षमता और सरकारी कार्यों में सफलता मिलती है।
मूलांक 2 - चंद्रमा (शिव/मां दुर्गा)
चंद्रमा शांति और मन का कारक है। वैष्णो देवी या रामेश्वरम के दर्शन से मानसिक शांति मिलती है और भावनात्मक जीवन में स्थिरता आती है। यह यात्राएं आपकी कल्पनाशीलता और संवेदनशीलता को भी बढ़ाती हैं।
मूलांक 3 - बृहस्पति (भगवान विष्णु)
गुरु ज्ञान, धर्म और भाग्य का कारक है। काशी विश्वनाथ या भगवान विष्णु के किसी प्राचीन मंदिर के दर्शन से ज्ञान की प्राप्ति होती है, सामाजिक मान-सम्मान बढ़ता है और आध्यात्मिक मार्गदर्शन मिलता है।
मूलांक 4 - राहु (मां दुर्गा/काल भैरव)
राहु आकस्मिकता और चुनौतियों का कारक है। काल भैरव या किसी शक्तिपीठ के दर्शन से जीवन की अनिश्चितताएं कम होती हैं, बाधाएं दूर होती हैं और आप अप्रत्याशित समस्याओं से निपटने में सक्षम होते हैं।
मूलांक 5 - बुध (मां दुर्गा/गणेश जी)
बुध बुद्धि, व्यापार और वाणी का कारक है। देवी दुर्गा मंदिर के दर्शन से व्यापार, शिक्षा और संचार के क्षेत्र में विशेष लाभ मिलता है।

मूलांक 6 - शुक्र (मां लक्ष्मी/राधा-कृष्ण)
शुक्र सुख, प्रेम और भौतिक समृद्धि का कारक है। महालक्ष्मी मंदिर या द्वारकाधीश के दर्शन से प्रेम संबंध मजबूत होते हैं, धन-धान्य की प्राप्ति होती है और जीवन में कलात्मकता व ऐश्वर्य आता है।
मूलांक 7 - केतु (महादेव/गणेश जी)
केतु अध्यात्म और मोक्ष का कारक है। महाकालेश्वर या केदारनाथ के दर्शन से गूढ़ विद्याओं में रुचि बढ़ती है, जीवन के रहस्यों को समझने में मदद मिलती है और भौतिक मोह कम होता है।
मूलांक 8 - शनि (शनि देव/हनुमान जी)
शनि कर्म, न्याय और स्थिरता का कारक है। शनि शिंगणापुर या तिरुपति बालाजी के दर्शन करने से शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं, कर्मों का उचित फल मिलता है और जीवन में स्थिरता आती है।
मूलांक 9 - मंगल (हनुमान जी/मां दुर्गा)
मंगल ऊर्जा, साहस और पराक्रम का कारक है। हनुमान मंदिर या ज्वालामुखी मंदिर के दर्शन से आत्मविश्वास बढ़ता है, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और हर कार्य में साहस व उत्साह मिलता है।

