Baldev chhath: बलदेव छठ पर करें व्रत और पूजा, बलशाली पुत्र की कामना होगी पूरी
punjabkesari.in Tuesday, Aug 12, 2025 - 03:10 PM (IST)

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Baldev chhath 2025: बलराम जयंती भगवान बलराम की जयंती है, जो भगवान कृष्ण के बड़े भाई हैं। धार्मिक ग्रंथों में जितनी श्री कृष्ण की पूजा फलदायी और आवश्यक मानी गई है। उतनी लाभकारी श्री कृष्ण के प्यारे शेषनाग यानि उनके दाऊ भैया की पूजा मानी जाती है। बलराम जी को बल, पराक्रम और कृषि कला के देवता माना जाता है। उनकी पूजा समृद्धि और शांति के लिए की जाती है। धार्मिक किंवदंतियों की मानें तो इस दिन सौभाग्यवती स्त्रियां बलशाली पुत्र की कामना से व्रत रखती हैं। साथ ही भगवान से यह प्रार्थना करती हैं कि वो उन्हें अपने जैसा तेजस्वी पुत्र प्रदान करें।
बलदेव छठ पर हल व बैल की पूजा का विधान है। इस दिन हल से जुता अनाज व गाय के दूध व घी का सेवन वर्जित है। इस रोज वृक्ष पर लगे खाद्य पदार्थ खाने होते हैं। बलदेव छठ पर पूजा करने से संतान को लंबी आयु मिलती है। शारीरिक दुर्बलता से मुक्ति मिलती है व बुद्धि-बल में वृद्धि होती है।
Baldev chhath Fasting Method बलदेव छठ व्रत विधि:
प्रातः स्नान कर सफेद वस्त्र धारण करें।
पूजा स्थान पर मिट्टी या लकड़ी से छोटा हल रखें, साथ में जौ/गेहूं की बालियां रखें।
बलराम जी की मूर्ति या चित्र को सफेद फूल, चंदन और दही से अर्पित करें।
यह मंत्र 108 बार जपें:
ॐ हलधराय बलदेवाय नमः
अंत में अन्न और जल संरक्षण का संकल्प लें और जरूरतमंदों को अन्न का दान करें।
Baldev chhath upay बलदेव छठ के उपाय
रोगों से छुटकारा पाने के लिए बलराम जी के मंदिर में नारियल तेल का दीपक करें।
कारोबार में वृद्धि के लिए बलराम जी के मंदिर में बादाम चढ़ाकर गल्ले में रखें।
पारिवारिक खुशहाली के लिए बलराम मंदिर में लोहबान से धूप करें।
सुखद वैवाहिक जीवन के लिए शाम के समय घर के केंद्र में नारियल तेल का षडमुखी दीपक करें।
शारीरिक बल बढ़ाने हेतु बलराम जी पर चढ़े सरसों के तेल से मालिश करें।
संतान के स्वस्थ तन और मन के लिए कृष्ण मंदिर में गुड़-चना चढ़ाकर गरीब बच्चों में बांटें।