Ashadha Purnima 2025: आषाढ़ पूर्णिमा के दिन खुल सकते हैं भाग्य के द्वार, बस करें ये उपाय
punjabkesari.in Wednesday, Jul 09, 2025 - 05:00 AM (IST)
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Ashadha Purnima 2025: जल्द ही आषाढ़ माह की पूर्णिमा आने वाली है जिसे आषाढ़ पूर्णिमा और गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है। बता दें कि इस माह आषाढ़ पूर्णिमा 10 जुलाई को मनाई जाएगी। इस दिन के अवसर पर लोग व्रत, पवित्र नदियों में स्नान, जप-तप, दान और पूजा अर्चना करते हैं। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करने का भी विधान है। इस दिन के अवसर पर लोग बहुत से ऐसे उपाय भी करते हैं ताकि वे इस दिन पर पूरा लाभ पा सकें।
सबसे पहले उपाय की बात करें तो अगर आप पितृ दोष से परेशान है तो आषाढ़ पूर्णिमा के दिन जल में दूध और चीनी मिलाकर पीपल के पेड़ को चढ़ाएं और परिक्रमा करें। मान्यता है कि ऐसा करने से ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
अगर किसी के जीवन में कष्ट चल रहा हो तो इस दिन मजदूरों और जरूरतमंदों को छाता दान में दें। इस उपाय से जातक के जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उसे अंत तक सुखों की प्राप्ति होती है।
अगर किसी के घर धन नहीं टिकता तो इस दिन के मां लक्ष्मी की पूजा करें और उनके चरणों में 11 पीली कौड़ी रख दें। फिर अगले दिन एक लाल रंग के साफ कपड़े में उन कौड़ियों को बांध कर अपने घर की तिजोरी में रख दें। कहते हैं इस उपाय को करने से घर की तिजोरी कभी खाली नहीं रहती और बरकत बनी रहती है।
अगर किसी को नौकरी और व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हो तो ऐसे में इस दिन मां लक्ष्मी को दूध मखाने और केसर के बनी खीर का भोग लगाएं और इसे सात कन्याओं को बांट दें। मान्यता है कि इस उपाय से नौकरी और व्यापार में आ रही परेशानियों से राहत मिलती है।
इसी के साथ बता दें कि इस दिन तुलसी पूजा का भी विधान है तो ऐसे में तुलसी के पौधे पर 108 बार पीला सूत लपेटें और अपनी मनोकामना बालें। इसके बाद तुलसी माता से प्रार्थना करें। कहा जाता है कि इस से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
इसके अलावा अगर किसी के विवाह में किसी भी प्रकार की अड़चने आ रही हो तो इस दिन मां तुलसी को 16 श्रृंगार का सामान अर्पित करना फलदायक माना जाता है। इसके लिए मां तुलसी को श्रृंगार का सामान अर्पित करें और 21 बार परिक्रमा करें। माना जाता है कि इस उपाय से शीघ्र ही विवाह के योग बनने लगते हैं, साथ ही वैवाहिक जीवन भी अच्छा रहता है।
यदि आपकी कुंडली में चंद्र दोष हो तो इसके प्रभाव को कम करने के लिए चंद्रदेव की पूरे विधि विधान से पूजा करें और चंद्र देव के बीज मंत्र का जाप करें। मान्यता है कि इस से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मज़बूत होती है और चंद्र दोष का प्रभाव भी कम होने लगता है।