अगर जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो अपनाएं कुछ उपाय

punjabkesari.in Monday, Aug 31, 2015 - 08:49 AM (IST)

भाग्य या किस्मत ऐसे शब्द हैं जिन्हें हम सब दिन में कई बार बोलते या सुनते हैं। काफी लोग अपनी असफलता का श्रेय भाग्य को देते हैं । यदि कर्म में मेहनत या ईमानदारी का अभाव हो तो निश्चित ही सफलता आपसे दूर रहती है लेकिन यदि कड़ी मेहनत और पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करने के बाद भी निराशा हाथ लगती है तो कुछ अन्य उपाय करने चाहिएं ।

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ज्योतिष के अनुसार कुंडली में ग्रहों की अशुभ स्थिति के कारण ही हमें परेशानियों और असफलताओं का सामना करना पड़ता है। अशुभ प्रभाव देने वाले ग्रहों का उचित उपचार करने पर उनके बुरे फलों में कमी आती है, जिससे काफी हद तक मेहनत के बल पर हम उन्नति प्राप्त कर सकते हैं । यदि आपको भी जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो ज्योतिष शास्त्र में बताए गए यह उपाय अपनाएं-

- रोजाना रात को सोते समय एक बर्तन में पानी भर कर अपने सिर के पास रखें । ब्रह्म मुहूर्त में उठें और वह पानी घर के बाहर फैंक दें । इसके साथ ही प्रतिदिन शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाएं । किसी के प्रति मन में ईर्ष्या भाव न रखें और न ही किसी को दुख पहुंचाएं । कार्य पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ करें । ऐसा करने पर कुछ ही समय में भाग्य आपका साथ देने लगेगा और आपका जीवन सुखी तथा समृद्धशाली हो जाएगा ।

- गृह कलह-अशांति निवारण मंत्र
कुछ परिवारों में छोटी-छोटी बातों को लेकर गृह कलह होती है। साधन-सम्पन्न एवं सुविधाएं होते हुए भी अशांत वातावरण रहता है । निम्र मंत्र का पति-पत्नी में से कोई भी यदि जाप करे तो किसी एक को बुद्धि आ जाएगी और घर में शांति का वातावरण बनेगा ।

मंत्र
धां धीं धूं धूर्जटे:। पत्नी वां वी वूं वागधीश्वरी।
कां क्रीं क्रूं कालिका देवि। शां शीं शूं मे शुभं कुरु।

(यदि लड़की प्रयोग कर रही है तो मंत्र में ‘पत्नी’ की जगह ‘पति’ शब्द का प्रयोग करे)

विधि-प्रात: स्नान करके काली या मां दुर्गा के चित्र पर लाल पुष्प चढ़ाएं, दीप या अगरबत्ती जला दें । किसी भी माला से 108 बार जाप करें।21 दिनों में अशांति का प्रभाव कम हो जाएगा। एक प्याले में थोड़े से मूंग उठाकर अन्य पात्र में रखते जाएं । 108 मंत्र होने पर इन मूंगों को मुट्ठी में लेकर प्रार्थना करें कि मेरा वैवाहिक जीवन प्रसन्नता एवं खुशहाली से परिपूर्ण हो।

—अभय मिश्र


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