शिरोमणि कमेटी ने श्री हरिमंदिर साहिब में योगाभ्यास करने वाली लड़की के झूठ का किया पर्दाफाश
punjabkesari.in Friday, Jun 28, 2024 - 07:02 AM (IST)
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अमृतसर (सर्बजीत): श्री हरिमंदिर साहब में योग करने वाली लड़की के झूठ का पर्दाफाश करने के बाद शिरोमणि कमेटी ने जानकारी सांझा करते हुए अपने ‘एक्स’ अकाऊंट में लिखा है कि पिछले 6 दिनों में अर्चना मकवाना के व्यवहार और कार्यों का पूरा खाका तैयार किया गया है। यह उनकी सोशल मीडिया गतिविधियों से स्पष्ट हो जाता है।
उन्होंने कहा कि सबसे पहले उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर श्री हरिमंदिर साहिब के शिष्टाचार का उल्लंघन करते हुए आपत्तिजनक तस्वीरें/वीडियो पोस्ट करके सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई, जिसके बाद श्री हरिमंदिर साहिब के प्रबंधक ने उसके और अमृतसर पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। धारा 295-ए.पी.सी. के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच, अर्चना ने घटना के लिए माफी मांगी लेकिन माफी मांगने के बाद भी उसने अपने सोशल मीडिया और सार्वजनिक प्लेटफार्मों पर लोगों को गुरुद्वारा साहिब में जाने से रोकने के लिए उकसाने वाली आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करना जारी रखा। एस.जी.पी.सी. के खिलाफ गलतबयानी की गई।
उन्होंने लिखा कि ऐसा लगता है कि अर्चना किसी नापाक एजैंडे के तहत काम कर रही है। आज एक वीडियो में वह दावा कर रही है कि श्री हरिमंदिर साहिब के प्रबंधन द्वारा कोई शिष्टाचार दिशा-निर्देश प्रदर्शित नहीं किए गए हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि घंटाघर के प्रवेश द्वार पर एक बड़ी स्क्रीन लगाई गई है, जहां से उसे प्रवेश दिया गया था।
किसी ने उसे वीडियो बनाने या फोटो लेने से नहीं रोका जबकि सच्चाई यह है कि 21 जून को जब वह चरण गंगा में पैर धोते समय अपनी एंट्री का वीडियो मोबाइल से बना रही थी तो ड्यूटी के दौरान परिचारक ने उसे प्रवेश द्वार पर रोक दिया।
उन्होंने कहा कि आज की वीडियो में अर्चना ने शिरोमणि कमेटी प्रबंधकों से कहा कि एफ.आई.आर. में पीछे हटने की धमकी भी दी जा रही है। अगर वह माफी मांगती है तो सिखों की प्रतिनिधि संस्था शिरोमणि कमेटी के खिलाफ आपत्तिजनक और नफरत भरे पोस्ट क्यों कर रही है। 21 जून को अर्चना ने हरिमंदिर साहिब या परिसर के किसी भी संबंधित गुरुद्वारा साहिब में माथा भी नहीं टेका।
अर्चना 20 जून को श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने भी गईं और उनकी ओर से कुछ सेवा भी की लेकिन इससे अगले दिन शिष्टाचार का उल्लंघन हुआ। 20 जून को अर्चना को दरबार साहिब के कर्मचारियों द्वारा मांगा गया हरसंभव मार्गदर्शन प्रदान किया गया, लेकिन 21 जून को उसने कोई मार्गदर्शन लेना जरूरी नहीं समझा और गुरु घर के अंदर आपत्तिजनक हरकतें कीं।
ऐसे में एस.जी.पी.सी. अमृतसर पुलिस से मांग करती है कि अर्चना मकवाना को गिरफ्तार कर उसकी नापाक सिख विरोधी साजिश का पर्दाफाश किया जाए जिसके तहत वह काम कर रही है और उसके मामले का फैसला अदालत में किया जाए।
अर्चना मकवाना ने वीडियो वायरल कर कहा-एफ.आई.आर. वापस ली जाए : अर्चना मकवाना ने सोशल मीडिया पर अपना नया वीडियो वायरल करते हुए मांग की है कि एफ.आई.आर. वापस ली जाए। उसने वीडियो में कहा है कि उसे इस धार्मिक स्थल के बारे में कुछ भी नहीं पता। उसने दावा किया है कि जब वह गुरुद्वारा साहिब पहुंचीं तो उसे हजारों श्रद्धालुओं ने योग करते देखा। यहां तक कि उसकी फोटो खींचने वाला फोटोग्राफर भी एक सिख था, जिसने उसे न तो रोका और न ही कोई सवाल किया। अर्चना मकवाना का कहना है कि अगर वहां रहने वाले लोगों को कोई आपत्ति नहीं है तो मुझे यहां का शिष्टाचार कैसे पता चलेगा। उसने वीडियो के माध्यम से मांग की कि शिरोमणि कमेटी द्वारा उसके खिलाफ एफ.आई.आर. वापस ली जाए, अन्यथा वह हर तरह की कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार है।