Amalaki Ekadashi 2025: आमलकी एकादशी पर आंवला रखने से क्या होता है ? जानें इसका रहस्यमयी प्रभाव !
punjabkesari.in Thursday, Mar 06, 2025 - 02:29 PM (IST)

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Amalaki Ekadashi 2025: आमलकी एकादशी एक महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है जो विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस दिन का धार्मिक और तात्त्विक महत्व बहुत अधिक है और इसे विशेष रूप से उत्तर भारत में श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन, जो भक्त भगवान विष्णु की आराधना में लीन रहते हैं, उन्हें आंवला का भी विशेष महत्व दिया जाता है। यह माना जाता है कि आमलकी एकादशी के दिन आंवला रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और जीवन में समृद्धि, सुख, और शांति आती है।
आंवला का धार्मिक महत्व
आंवला, जिसे आमतौर पर भारतीय आंवला या अमलकी कहा जाता है, भगवान विष्णु के साथ जुड़ा हुआ फल है। हिंदू धर्म में यह माना जाता है कि आंवला भगवान विष्णु का प्रिय फल है और इसलिए इसे आमलकी एकादशी के दिन विशेष रूप से पूजा जाता है। आमलकी एकादशी पर दो आंवले घर में रखने से माना जाता है कि घर में भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है और घर में सुख-शांति का वास होता है। धार्मिक दृष्टि से आंवला का महत्व इस तथ्य में छिपा हुआ है कि यह फल जीवन में उन्नति, स्वास्थ्य, और मानसिक शांति को बढ़ावा देता है। यही कारण है कि आमलकी एकादशी के दिन इसे घर में रखने का परंपरागत महत्व है।
धार्मिक उपाय और आंवले का प्रभाव
आमलकी एकादशी के दिन दो आंवले घर में रखने का एक विशेष उपाय है, जिसे धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इन आंवलों को जोड़े में रखने से घर में समृद्धि आती है और बुरी शक्तियों से बचाव होता है। यह उपाय घर में सुख-शांति और समृद्धि बनाए रखने के लिए किया जाता है।आंवला रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। इसे घर के पूजा स्थल या मंदिर में रखा जाता है, ताकि वहां की दिव्य ऊर्जा को बढ़ाया जा सके। यह भी माना जाता है कि जब आंवला घर में रखा जाता है, तो वह घर के सदस्य को जीवन के विभिन्न पहलुओं में आशीर्वाद प्रदान करता है, जैसे कि आर्थिक समृद्धि, सफलता, और परिवार में सामंजस्य।
आंवला और वास्तु शास्त्र
वास्तु शास्त्र के अनुसार, आंवला रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह घर के वातावरण को शुद्ध करता है और घर में अच्छे परिणाम लाने में सहायक होता है। खासतौर पर आमलकी एकादशी के दिन दो आंवले घर में रखने से यह ऊर्जा का स्तर और भी बढ़ जाता है, जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, आंवला को घर के उत्तर या पूर्व दिशा में रखना सर्वोत्तम माना जाता है। इन दिशाओं में आंवला रखने से न केवल घर में शुभता का संचार होता है, बल्कि यह व्यक्तिगत जीवन में भी सफलता और उन्नति लाता है।
आध्यात्मिक लाभ और मानसिक शांति
आंवला रखने का एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक लाभ भी है। जब हम आमलकी एकादशी के दिन आंवला रखते हैं, तो यह मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति में सहायता करता है। आंवला भगवान विष्णु के साथ जुड़ा हुआ है, और इसे घर में रखने से हम भगवान विष्णु की आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए लाभकारी है जो मानसिक तनाव, चिंता, और अवसाद से जूझ रहे होते हैं। यह माना जाता है कि आंवला रखने से भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है, जो जीवन को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाती है। यह आध्यात्मिक संतुलन को बनाए रखने और जीवन में आंतरिक शांति पाने के लिए एक प्रभावी उपाय है।