Akhand Samrajya Yoga 2023: बन गया है अखंड साम्राज्य राजयोग !
punjabkesari.in Tuesday, Apr 25, 2023 - 04:59 PM (IST)
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Akhand Samrajya Yoga 2023: वैदिक ज्योतिष में समय-समय पर ग्रहों के कई योग बनते हैं, जो शुभ भी होते हैं और अशुभ भी होते हैं। शुभ योग जहां कई राशि वालों को मनचाही सफलता दे देते हैं तो अशुभ योग कई बार सफलता में बाधक भी बन जाते हैं और कोई न कोई परेशानी भी दे देते हैं। ज्योतिष के मुताबिक हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल पर राशि परिवर्तन करते हैं। ग्रहों का एक राशि से दूसरी राशि में जाना ग्रह गोचर कहलाता है, इससे कई राजयोग का भी निर्माण होता है, जिसका प्रभाव राशियों पर शुभ और अशुभ दोनों होता है।
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वैसे तो ज्योतिष में सैंकड़ों की संख्या में योग हैं लेकिन कुछ विशेष योग भी होते हैं जिनके बनने से व्यक्ति ऊंचा पद, प्रतिष्ठा, धन, शिक्षा और रुतबा हासिल करता है। वहीं कुछ योग अशुभ भी होते हैं, जो व्यक्ति को बीमार, परेशान और कर्जदार बना देते हैं। एंग्जाइटी और डिप्रेशन का शिकार बना देते हैं। वहीं ज्योतिष में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो धन-संपदा सुख-समृद्धि के लिए जाने जाते हैं और इनमें से एक योग है अखंड साम्राज्य राजयोग। जिसे ज्योतिष में बहुत ही फलदायी और प्रभावशाली योग माना जाता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में यह योग बन जाता है उसका भाग्य प्रबल होता है। चाहे उसका जन्म गरीब परिवार में ही क्यों न हुआ हो लेकिन मां लक्ष्मी की कृपा से उसके घर में दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की होने लगती है। ऐसा व्यक्ति अपने जीवन में हर तरह की सुख-सुविधा को भोगता है और एक बड़ा राजनेता भी बन सकता है। कुंडली में इस योग का प्रभाव 75 साल तक माना जाता है। इस योग की सबसे खास बात यह है कि जिसकी कुंडली में अखंड साम्राज्य राजयोग बन जाता है, उसकी कुंडली में उपस्थित बुरे योग अपने आप समाप्त हो जाते हैं।
शनिदेव और देव गुरु बृहस्पति के गोचर से इस समय अखंड साम्राज्य राजयोग बन चुका है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 17 जनवरी 2023 को शनि ने स्वयं की राशि कुंभ राशि में प्रवेश किया है। वही 22 अप्रैल 2023 को बृहस्पति यानी गुरु ग्रह मीन से निकलकर मेष में गोचर कर चुके हैं। शनि और गुरु के गोचर से अखंड साम्राज्य योग बनेगा, जो 4 राशि वालों के बहुत ही शुभ माना जा रहा है।
यह चार राशियां कौन सी हैं, यह जानने से पहले जानें कि अखंड साम्राज्य योग आखिर कुंडली में बनता कैसे है, ताकि आप भी अपनी कुंडली में विश्लेषण करके यह देख सकें कि आपकी कुंडली में यह योग है या नहीं है।
अखंड साम्राज्य राजयोग एक दुर्लभतम योग है, जो कई स्थितियों में बनता है, जैसे जब कुंडली के दूसरे, दसवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी एक साथ केंद्र में स्थित हो। वहीं चंद्रमा की स्थिति को ध्यान में रखकर भी बनता है।
जब बृहस्पति दूसरे, पांचवें या ग्यारहवें भाव का स्वामी होता है। इसके अलावा चंद्रमा की स्थिति का भी ध्यान रखा जाता है। यदि कुंडली के दूसरे, नवमी और ग्यारहवीं घर में बृहस्पति मजबूत चंद्रमा के साथ स्थित है तो अखंड साम्राज्य योग बनता है।

यह योग केवल उन जन्म कुंडलियों में बनता है जो स्थिर लग्न वाली हो स्थिर लग्न वृषभ, सिंह, वृश्चिक और कुंभ होते हैं। कुंडली में गुरु ग्रह वृषभ लग्न के लिए एकादश भाव, सिंह लग्न के लिए पंचम भाव, वृश्चिक लग्न के लिए दूसरा और पंचम भाव और कुंभ लग्न के लिए दूसरा और ग्यारहवें भाव का कारक माना गया है।
जिन लोगों की कुंडली में अखंड साम्राज्य योग बनता है, उन लोगों को जीवन भर धन की कोई कमी नहीं रहती। पैतृक संपत्ति भी मिलती है, जिसका वह व्यक्ति अकेला मालिक बन जाता है।
कुंडली में यह योग व्यक्ति को करियर, बिजनेस ,राजनीति, साहित्य हर क्षेत्र में नई बुलंदियां प्रदान करता है। कुंडली के पांचों में घर में बनने वाला अखंड साम्राज्य योग व्यक्ति को उच्च शिक्षा और संतान की बेहतरीन उपलब्धियों का सुख प्रदान करता है।
11वीं घर में बनने वाला यह दुर्लभ योग व्यक्ति को साइंस एंड टेक्नोलॉजी, रियल स्टेट एक्सपोर्ट इंपोर्ट के बिजनेस में जबरदस्त सफलता दिलाता है। कुंडली के नौवें भाव में बनने वाला यह योग व्यक्ति को अध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है। कुंडली के दूसरे भाग में बनने वाला अखंड साम्राज्य योग व्यक्ति को स्टॉक एक्सचेंज, शेयर मार्केट और इन्वेस्टमेंट में अच्छा धन लाभ प्रदान कर सकता है।
अखंड साम्राज्य राजयोग जो अब बना हुआ है, वह किन राशियों को आने वाले दिनों में बेहतरीन सफलता दिलाने वाला है।
पहली राशि मेष राशि है। अखंड साम्राज्य राजयोग मेष राशि के जातकों के लिए काफी खास होने वाला है। नई नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को सफलता हासिल होगी। बिजनेस में भी अपार सफलता मिलेगी। इस राजयोग के कारण आय के नए स्त्रोत खुलेंगे।आपके धन में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। नौकरी में पदोन्नति और व्यापार में उन्नति के योग बन रहे हैं।
दूसरी राशि मिथुन राशि है। अखण्ड साम्राज्य राजयोग मिथुन राशि के जातकों के लिए लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। भाग्य का सहयोग, करियर में उन्नति और आय वृद्धि के योग बनेंगे। 1 साल तक आपकी इनकम में बढ़ोतरी हो सकती है। आय के नए-नए माध्यम बनेंगे। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में धन निवेश के लिए अनुकूल समय है। वहीं अगर आप विदेश जाना चाहते हैं तो इस अवधि में आपकी इच्छा पूरी हो सकती है। गुरु के गोचर से किस्मत के द्वार खुलेंगे। नौकरीपेशा हैं तो पदोन्नति और इंक्रीमेंट के योग बनेंगे और व्यापारी हैं तो तगड़ा मुनाफा होगा।

तीसरी राशि जिसे इस योग से फायदा होने वाला है, वह सिंह राशि है। सिंह राशि के जातकों के लिए अखण्ड साम्राज्य राजयोग अनुकूल सिद्ध हो सकता है। गुरु ग्रह आपकी राशि से भाग्य स्थान में भ्रमण करेंगे। परिवार का सहयोग, बच्चों की उन्नति होगी। साल 2024 तक आपको पुत्र और पौत्र की प्राप्ति हो सकती है। काम- कारोबार के सिलसिले से यात्रा पर भी जा सकते हैं। इस दौरान आप जमीन या वाहन भी खरीद सकते हैं और धर्म-कर्म के कार्यों में भी आपका मन लगेगा।
चौथी राशि मकर राशि है। अखण्ड साम्राज्य राजयोग मकर राशि के जातकों को लाभप्रद साबित हो सकता है। इस अवधि में आप वाहन और प्रापर्टी खरीद सकते हैं। नौकरीपेशा जातकों के लिए प्रमोशन होने के योग बन रहे हैं और अधिकारियों व सहकर्मियों के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा। लंबी यात्रा के योग बनेंगे। सभी क्षेत्र में उन्नति होगी।
गुरमीत बेदी
9418033344

