Ahoi Ashtami 2025: अपनी राशि के अनुसार करें पूजन, मिलेगा संतान सुख और लंबी उम्र का वरदान
punjabkesari.in Friday, Oct 10, 2025 - 08:03 AM (IST)

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Ahoi Ashtami 2025: वर्ष 2025 में अहोई अष्टमी का व्रत 13 अक्टूबर, सोमवार को रखा जाएगा। इस दिन माताएं अपनी संतान के कल्याण के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और सायंकाल में अहोई माता की पूजा करती हैं। इस व्रत को करवाचौथ की तरह ही रखा जाता है और मान्यता भी इतनी ही गहरी होती है। इस दिन माताओं द्वारा किए गए उपाय संतान के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं होते हैं। अपनी राशि के अनुसार इन उपायों को करने से आपकी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होती हैं और संतान को विशेष आशीर्वाद मिलता है। तो चलिए ज्यादा देर न करते हुए जानते हैं इस दिन कौन से उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
मेष राशि की माताओं को पूजा के दौरान अहोई माता को सिंदूर और लाल रंग के ताज़े फूल अर्पित करने चाहिए। कथा सुनने के बाद अपनी संतान को गुड़ से बनी कोई मिठाई खिलाएँ। यह उपाय संतान को साहस, ऊर्जा और निडरता का वरदान देता है।
वृष राशि
वृष राशि की माताओं को भगवान शिव और माता पार्वती को सफेद चंदन अर्पित करना चाहिए और दूध से बनी मिठाई जैसे बर्फी या पेड़े का भोग लगाना चाहिए। यह उपाय संतान के जीवन में स्थिरता लाता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि की माताओं को अहोई माता की पूजा करते समय तुलसी की माला से ॐ गौरीशंकराय नमः मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। उन्हें द्रव्य-दक्षिणा अर्पित करनी चाहिए। यह उपाय संतान की बुद्धि को तेज़ करता है और मानसिक स्थिरता प्रदान करता है।
कर्क राशि
कर्क राशि की माताएं अहोई माता को फल का भोग लगाएं। पूजा की थाली में चांदी का सिक्का या चांदी की कोई छोटी वस्तु रखकर उसकी पूजा करें। यह उपाय संतान के भावनात्मक स्वास्थ्य को अच्छा रखता है और उन्हें जीवन में सुरक्षा प्रदान करता है।
सिंह राशि
सिंह राशि की महिलाएं अहोई माता को गुड़ और गेहूं का भोग लगाएं। पूजा करते समय लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ रहेगा। इस दिन किसी ज़रूरतमंद को गेहूं का दान करें। इस पूजन से संतान को मान-सम्मान और जीवन में उज्जवल भविष्य प्राप्त होता है।
कन्या राशि
कन्या राशि की माताओं को पूजा में अहोई माता को हरे रंग की चूड़ियां या कोई हरी सब्ज़ियां अर्पित करनी चाहिए। पूजा के बाद इन सब्ज़ियों या फलों को किसी गरीब बच्चे को दान कर दें। यह उपाय संतान के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और सभी रोगों तथा दोषों को दूर करता है।
तुला राशि
तुला राशि की माताओं को पूजा में सफेद फूल और इत्र अर्पित करने चाहिए। व्रत खोलने से पहले सात प्रकार के अनाज का दान करें। यह पूजन संतान के जीवन में संतुलन और धन-वैभव का आगमन सुनिश्चित करता है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि की माताओं को अहोई माता को लाल रंग की चुनरी और लाल मसूर की दाल अर्पित करनी चाहिए। पूजा में लाल रंग का धागा अपनी संतान की कलाई पर बांधने के लिए रखें। यह उपाय संतान को बुरी शक्तियों से बचाता है और उन्हें निडर बनाता है।
धनु राशि
धनु राशि वाली माताओं को अहोई माता को पीले रंग की मिठाई जैसे बेसन के लड्डू या बूंदी और केसर अर्पित करना चाहिए। पूजा के बाद पीपल के वृक्ष के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाएं। यह पूजन आपकी संतान के उच्च शिक्षा के मार्ग खोलता है और बुद्धि में वृद्धि करता है।
मकर राशि
मकर राशि की महिलाएं अहोई माता के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं। भोग में काले चने या तिल से बनी मिठाई शामिल करें। इस दिन किसी निर्धन व्यक्ति को अनाज का दान करना विशेष फलदायी है। यह पूजन संतान को कर्मठता और करियर में बड़ी सफलता का आशीर्वाद देता है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि की माताओं को अहोई माता को नीले या बैंगनी रंग के फूल अर्पित करने चाहिए। पूजा के बाद किसी गरीब को भरपेट भोजन कराएं। यह उपाय संतान को आकस्मिक परेशानियों से बचाता है और समाज में यश दिलाता है।
मीन राशि
मीन राशि की माताओं को अहोई माता को हल्दी और पीली सरसों अर्पित करनी चाहिए। पूजा के बाद पीपल के पत्ते पर घी का दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह पूजन संतान के लिए सौभाग्य लाता है और उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्रदान करता है।