जीवन की सच्चाई से रूबरू करवाते अनमोल मोती
punjabkesari.in Friday, Feb 06, 2015 - 12:32 PM (IST)

- पुरुषार्थ सीखना चाहते हो तो चींटी से सीखो। वह मुंह से खाना लेकर दीवार पर कई बार चढ़ती है और कई बार गिरती है फिर भी कोशिश में लगी रहती है।
- कष्टों से लडऩा सीखो। झुकने और घुटने टेकने से काम नहीं चलता। क्रोध हावी हो जाए तो दीवाला निकाल कर ही दम लेता है।
- यदि कभी बड़े धनवान बन जाओ तो अपने माता-पिता के लिए नौकर मत रखना। माता-पिता की सेवा का कार्य स्वयं ही करना।
- यह जिंदगी बहुत छोटी है। बिना प्राथमिकताओं के इसे जीने और बाद में पछताने में कोई समझदारी नहीं है।
- आज आदमी के पास टी.वी. सैट है, डिनर सैट है, डायमंडसैट है, सोफा सैट है, लेकिन माइंड अपसैट है। कोई संतुष्ट नहीं है।
- आदमी का दिमाग विचारों का विश्वविद्यालय बन गया है। दिमाग में महाभारत मचा हुआ है।
- आज गरीब अमीर बनना चाहता है। अमीर खूबसूरत होना चाहता है। कुंवारे शादी करवाना चाहते हैं और जिसकी शादी हो चुकी है वह दुखी है।
- जिस देश का संत, सिपाही, जागरूक और ईमानदार होगा, वह देश हमेशा तरक्की करेगा।
- गरीब की समस्या है भूख लगे तो खाए क्या और अमीर सोचता है कि कौन सी चीज खाएं जिससे भूख लगे।
- नौजवान की समस्या है क्या करे वक्त नहीं मिलता और बूढ़े व्यक्ति की समस्या है वक्त कटता नहीं।
- बेटे की शादी करें तो घर में बहू लाना, बहूरानी नहीं लाना। बहू आएगी तो घर में अच्छे संस्कार लेकर आएगी। बहूरानी आई तो कार लेकर आएगी, वह अपनी सरकार चलाएगी।
संकलन : अमरनाथ भल्ला