कोरोना पेशैंट्स को एडमिट करने से GMCH-32 ने खड़े किए हाथ

punjabkesari.in Thursday, May 07, 2020 - 09:47 AM (IST)

चंडीगढ़ (अर्चना) : जी.एम.सी.एच. 32 ने कोरोना पेशैंट्स के इलाज के लिए हाथ खड़े कर दिए हैं। सूत्रों की मानें तो चंडीगढ़ में बढ़ते कोरोना पेशैंट्स की संख्या और पी.जी.आई. में भर्ती 100 से अधिक कोरोना पेशैंट्स को देखते हुए जब चंडीगढ़ प्रशासन ने जी.एम.सी.एच. प्रबंधन को सैक्टर-48 के कोविड अस्पताल में कोरोना पेशैंट्स भर्ती करने के लिए कहा तो प्रबंधन ने कहा कि फिलहाल अस्पताल पेशैंट्स की एडमिशन के लिए तैयार नहीं है। 

सैक्टर-48 के अस्पताल को पेशैंट्स के लिए तैयार करने में कम से कम दस दिन का समय लग सकता है। सूत्र कहते हैं कि जी.एम.सी.एच. 32 ने कोरोना पेशैंट्स के एडमिशन, ट्रीटमैंट से लेकर डॉक्टर्स के रोस्टर प्लान के लिए कुछ दिनों का समय मांगा है और कहा कि अस्पताल के 80 फीसदी रैजीडैंट डॉक्टर्स क्वॉरेंटाइन हैं। 12 मई तक डाक्टर्स लौट आएंगे और कोविड अस्पताल में मॉनीटर्स, कुछ वैंटीलेटर्स लगाने काम भी बाकी है, तब तक वह भी पूरा कर लिया जाएगा।

पी.जी.आई. के 100 से अधिक डॉक्टर्स हैल्थ वर्कर क्वारंटाइन में :
पी.जी.आई. के भी 100 से अधिक डॉटर्स समेत हैल्थ वर्कर क्वारंटाइन में हैं और बहुत से हैल्थ वर्कर्स को 7 दिन ड्यूटी के बाद क्वारंटाइन किया जाता है। इधर, जी.एम.एस.एच.-16 में भी करीब 68 कोरोना संदिग्ध भर्ती हैं। यहां से पॉजीटिव आने के बाद उन्हें पी.जी.आई. में भेज दिया जाता है। ऐसे में प्रशासन का मानना है कि जब पी.जी.आई. व जी.एम.एस.एच-16 संकट की स्थिति में प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहें हैं तो जी.एम.सी.एच. 32 को भी आगे आना चाहिए।

दूसरे विभागों के डॉटर्स की नियुति करो :
पी.जी.आई. के 250 बैड अस्पताल को कोविड सैंटर बनाने के बाद सैक्टर-48 के अस्पताल को बैकअप में कोविड अस्पताल बनाया गया था। पी.जी.आई. के 50 फीसदी से अधिक बैड कोरोना संक्रमितों और संदिग्धों से भर चुके हैं। आने वाले दिनों में पेशैंट्स की संख्या और बढ़ेगी। ऐसे में बैकअप अस्पताल में पेशैंट्स की एडमिशन जरूरी हो गई है। 

हालांकि शुरुआत में जी.एम.सी.एच.-32 ने कोरोना संक्रमित पेशैंट्स एडमिट किए थे लेकिन पी.जी.आई. कोविड अस्पताल बनाए जाने के बाद उन्हें वहां भेज दिया गया। अस्पताल के ही डॉक्टर्स का कहना है कि रैजीडैंट डॉटर्स के वॉरंटाइन खत्म होने का इंतजार क्यों किया जा रहा है? बहुत से विभागों के डॉक्टर्स को कोविड अस्पताल में लगा सकते हैं। 

जी.एम.सी.एच. में गाइनीकोलाजी विभाग के अलावा किसी भी विभाग की ओ.पी.डी. नहीं चल रही है, ऐसे में दूसरे विभागों के डाटर्स की भी कोविड अस्पतालों में ड्यूटी लगाई जा सकती है। अस्पताल में संदिग्ध पेशैंट्स को तो रख ही सकते हैं। कालोनियों से आने वाले संदिग्ध पेशैंट्स को उनके घरों में क्वारंटाइन करना कौन सा सही है। ऐसे लोगों को जी.एम.सी.एच. ही क्वारंटाइन कर ले।


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Priyanka rana

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