नए रिक्रूटमैंट रूल्स के तहत ही होगी डायरैक्टर प्रिंसीपल की नियुक्ति

punjabkesari.in Thursday, Jun 22, 2017 - 08:26 AM (IST)

चंडीगढ़(अर्चना) : गवर्नमैंट मैडीकल कालेज एंड हॉस्पिटल सैक्टर-32 के डाक्टर्स ने डायरैक्टर प्रिंसिपल की पोस्ट के लिए बने नए रिक्रूटमैंट रूल्स के खिलाफ चंडीगढ़ प्रशासन को ऑब्जेक्शंस दी हैं। डाक्टर्स को सबसे बड़ा ऐतराज यह है कि किसी दूसरे हॉस्पिटल के डाक्टर को जी.एम.सी.एच. के डायरैक्टर प्रिंसिपल की पोस्ट न दी जाए। 

 

डायरैक्टर प्रिंसिपल की पोस्ट के लिए बनाए गए नए नियमों में डायरैक्टर प्रिंसिपल की पोस्ट न सिर्फ सभी डाक्टर्स के लिए ओपन रखी गई है बल्कि डायरैक्टर के कार्यकाल को तीन साल से बढ़ाकर पांच साल कर दिया गया है। इसके अलावा पोस्ट के लिए 59 वर्ष के डाक्टर्स को आवेदन करने के लिए योग्य कर दिया गया है जबकि पहले सिर्फ 55 वर्ष तक के डाक्टर्स ही डायरैक्टर की पोस्ट के लिए आवेदन कर सकते थे। 

 

डाक्टर्स की रिटायरमैंट एज पहले 58 थी जबकि अब उनकी रिटायरमैंट एज 62 वर्ष कर दी गई है इसलिए आवेदनकर्ता की उम्र और कार्यकाल को ध्यान में रखते हुए नए रिक्रूरूटमैंट रूल्स का गठन अनिवार्य था। कुछ डाक्टर्स ने इस पर भी आपत्ति जताई है कि आवेदनकत्र्ता की आयु 55 वर्ष ही रखी जानी चाहिए थी। डाक्टर्स के ऑब्जैक्शन को ध्यान में रखते हुए रूल्स में फेरबदल किया जाना था परंतु सूत्र कहते हैं कि प्रशासन ने नए रूल्स में फेरबदल न करने का फैसला लिया है।

 

सूत्रों की मानें तो अधिकारी कहते हैं कि अगर डायरैक्टर प्रिंसिपल की पोस्ट ओपन न रखी गई तो हॉस्पिटल के अंदर चलने वाली पॉलीटिक्स को बढ़ावा मिलेगा जिसकी वजह से हॉस्पिटल की ओवरआल डिवैल्पमैंट रुक सकती है। पोस्ट ओपन होने पर सिर्फ योग्य डाक्टर की ही सिलैक्शन होगी। 

 

अब किसी दूसरे सीनियर डाक्टर को नहीं मिलेगा डायरैक्टर का ऑफिशिएटिंग चार्ज :
पूर्व डायरैक्टर प्रिंसिपल प्रो. अतुल सचदेव का कार्यकाल 23 अप्रैल को समाप्त होने के बाद प्रशासन ने डायरैक्टर का कार्यकारी कार्यकाल पल्मोनरी विभाग के एच.ओ.डी. और हॉस्पिटल के सीनियर डाक्टर प्रो.ए.के. जनमेजा को सौंप दिया था क्योंकि नए डायरैक्टर का चयन नए रिक्रूरूटमैंट रूल्स के आधार पर किया जाना है। 

 

अब यह साफ हो गया है कि नए रूल्स को चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर से मंजूरी मिलते ही 15 दिनों के अंदर यू.पी.एस.सी. को रिक्रूरूटमैंट रूल्स भेज दिए जाएंगे। नए रूल्स को अगस्त महीने तक यू.पी.एस.सी. की स्वीकृति मिल जाएगी जिसके बाद सिंतबर 2017  में डायरैक्टर की पोस्ट भरने के लिए विज्ञापन दे दिया जाएगा। कार्यकारी डायरैक्टर प्रो.ए.के. जनमेजा की दिसंबर में होने वाली रिटायरमैंट से पहले ही नए डायरैक्टर की नियुक्ति कर दी जाएगी। प्रो. जनमेजा के बाद किसी अन्य डाक्टर को डायरैक्टर की पोस्ट का ऑफिशिएटिंग चार्ज नहीं मिलेगा।

 

डायरैक्टर हैल्थ सर्विस के लिए पंजाब से मांगा डाक्टर्स का पैनल :
चंडीगढ़ के डायरैक्टर हैल्थ सर्विस प्रो. राकेश कश्यप भी इसी साल 31 अक्तूबर को रिटायर होने वाले हैं, उनकी रिटायरमैंट के बाद नए डायरैक्टर हैल्थ सर्विस की पोस्ट भरने के लिए भी चंडीगढ़ प्रशासन ने प्रक्रिया तेज कर दी है। सूत्रों की मानें तो चंडीगढ़ प्रशासन ने पंजाब सरकार से डाक्टर्स का पैनल मांग लिया है और पैनल मिलने के बाद प्रशासन अक्तूबर से पहले ही नए डायरैक्टर हेल्थ सर्विस की सिलेक्शन कर लेगी। 

 

बीते साल डा. कश्यप के अलावा चार अन्य डाक्टर्स के नामों का पैनल भी पंजाब ने प्रशासन को भेजा था। उनमें से एक नाम गायनीकोलॉजी की डाक्टर निरलेप कौर और दूसरा ई.एन.टी. के डा.चंद्रेश महेंद्रू का था। डॉ. निरलेप कौर रिटायर हो चुकी हैं परंतु डॉ.महेंद्रू ने डॉ. कश्यप की सिलेक्शन के बाद स्वैच्छिक रिटायरमैंट ले ली थी।

 

दो नए सुपर स्पैशिएलिटी डिपार्टमैंट भी शुरू किए :
जी.एम.सी.एच.-32 में अब कार्डियोलॉजी के अलावा दो नए सुपरस्पेशिएलिटी डिपार्टमैंट भी बना दिए गए हैं। न्यूरो सर्जरी और यूरोलॉजी विभाग भी शुरु कर दिए गए हैं। जनरल सर्जरी विभाग के दो एम.सी.एच. डाक्टर्स में से एक डाक्टर को न्यूरो सर्जरी विभाग का इंचार्ज बना दिया गया है जबकि दूसरे डाक्टर को यूरोलॉजी विभाग की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। दोनों विभागों में डाक्टर्स की रिक्रूरूटमैंट भी जल्द ही शुरु हो जाएगी। 

 

पहले हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी विभाग की शुरुआत की गई थी उसके लिए मैडीसन विभाग के डा. जीत राम को कार्डियोलॉजी की ट्रेनिंग के लिए भी भेजा गया था और पी.जी.आई. के डा. रेड्डी को डैपुटेशन पर हॉस्पिटल में बुलाया गया था और कैथ लैब की शुरुआत भी की गई थी।  


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