उत्तर भारत की सांस्कृतिक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा एक्सेलेरेटर प्रोग्राम कल्चर कैटालिस्ट

punjabkesari.in Thursday, May 29, 2025 - 03:06 PM (IST)

चंडीगढ़। भारत तेजी से एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। लेकिन इस सफर में संस्कृति पीछे छूटती जा रही है। संस्कृति की क्षमता को पहचानते हुए इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस में अटल इन्क्यूबेशन सेंटर (एआईसी-आईएसबी) ने पंजाब कल्चरल प्रोजेक्ट (पीसीपी) और नेटवर्क ऑफ इंडियन कल्चरल एंटरप्राईज़ेस (एनआईसीईओआरजी) के साथ साझेदारी में कल्चर कैटालिस्ट 2025-26 का लॉन्च किया है। यह अपनी तरह का पहला एक्सेलेरेटर प्रोग्राम है, जो पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में सांस्कृतिक ब्रांड्स और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।

कल्चर कैटालिस्ट 2025-26 प्रोग्राम का उद्देश्य एक मजबूत परिवेश का निर्माण करना है, जो सांस्कृतिक उद्यमियों को उद्देश्य पर केंद्रित और लाभकारी ब्रांड्स का लॉन्च करने, उनका विकास करने और विस्तार करने में समर्थ बनाता है, ताकि सांस्कृतिक विरासत द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में एक सस्टेनेबल व्यवसाय स्थापित हो सके। यह कारीगरों और संस्कृति के उद्यमियों के लिए अपना व्यवसाय बढ़ाने और राष्ट्रनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का एक अद्वितीय अवसर है, जिससे स्थानीय विरासत ग्लोबल ब्रांड्स में तब्दील हो सकेगी। 

कल्चर कैटालिस्ट 2025-26 प्रोग्राम 6 महीने लंबा कार्यक्रम है, जिसमें उद्यमी व्यक्तिगत संलग्नता, वर्चुअल मास्टरक्लास, सेक्टर संबंधी गहन जानकारी और कस्टम मेंटरशिप द्वारा सीख सकेंगे। इससे उन्हें लाभकारी और उद्देश्य पर केंद्रित सांस्कृतिक व्यवसाय स्थापित करने में मदद मिलेगी, जो पूरी दुनिया में प्रतिस्पर्धा कर सकेगा। कल्चर कैटालिस्ट प्रोग्राम सभी आवेदकों के लिए खुला है। इसके लिए फैशन, होम डेकोर, फूड एंड बेवरेज, एक्सपीरियंशल टूरिज़्म, और वैलनेस के क्षेत्रों में काम करने वाले स्टार्टअप्स और उद्यमियों से आवेदन आमंत्रित किए जा रहे हैं। इस प्रोग्राम के लिए चयनित 10 स्टार्टअप्स को हैंड्स-ऑन मेंटरिंग, निवेशकों तक पहुँच, मार्केट नेटवर्क्स और 1 लाख रुपये की सीड ग्रांट का सहयोग दिया जाएगा।

आवेदन पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक उद्यमियों से 15 जून, 2025 तक स्वीकार किए जाएंगे। सांस्कृतिक स्टार्टअप्स इसके लिए आवेदन करके भारत के सांस्कृतिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।


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Content Editor

Diksha Raghuwanshi

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