Salary Hike: यह रिपोर्ट पढ़ खुश हो जाएंगे आप, कंपनियां देंगी बड़ा इंक्रीमेंट, जानें किन सेक्टर में बढ़ेगी पगार
punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2025 - 12:12 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः साल 2025 भारतीय कर्मचारियों के लिए नई उम्मीदें और खुशियों की सौगात लेकर आया है। एचआर कंसल्टिंग फर्म मर्सर की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल देश के विभिन्न सेक्टरों में कर्मचारियों की सैलरी में बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
सैलरी इंक्रीमेंट के आंकड़े
मर्सर द्वारा तैयार किए गए कुल पारिश्रमिक सर्वेक्षण में पाया गया कि पिछले पांच सालों में भारतीय कर्मचारियों की वेतन वृद्धि लगातार बढ़ी है।
- 2020 में औसत सैलरी इंक्रीमेंट 8% था।
- 2025 में इसके बढ़कर 9.4% तक पहुंचने का अनुमान है।
यह ट्रेंड भारतीय अर्थव्यवस्था और कार्यबल की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है। विभिन्न सेक्टरों में यह वृद्धि कर्मचारियों के बढ़ते कौशल और प्रतिस्पर्धा के साथ कंपनियों की जरूरतों को भी दर्शाती है।
सर्वे के मुख्य बिंदु
- लगातार पांच सालों में सैलरी इंक्रीमेंट में सकारात्मक वृद्धि।
- भारत, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सबसे तेज वेतन वृद्धि वाले देशों में से एक।
- विशेष रूप से आईटी, हेल्थकेयर और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में तेज वृद्धि की उम्मीद।
हर सेक्टर में बढ़ेगी पगार: रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, सभी सेक्टर्स में 9.4 फीसदी तक की वेतन वृद्धि देश के मजबूत आर्थिक विकास और कुशल प्रतिभाओं की बढ़ती मांग को दर्शाता है। इस लिस्ट में ऑटोमोटिव सेक्टर को सबसे आगे रखा गया है। इस सेक्टर में 8.8 फीसदी से 10 फीसदी तक पगार बढ़ने का अनुमान लगाया गया है। इसका क्रेडिट देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बढ़ती मांग और भारत सरकार के 'मेक इन इंडिया' इनिशिएटिव को जाता है।
इस सेक्टर में भी वर्कर्स की बढ़ेगी सैलरी
लिस्ट में दूसरे नंबर पर मैन्यूफैक्चरिंग और इंजीनियरिंग है। इस सेक्टर में काम करने वाले वर्कर्स की पगार 8 से 9.7 परसेंट तक बढ़ सकती है, जो मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम के ग्रोथ को दर्शाता है।
सर्वे में 1,550 कंपनियों ने लिया भाग
मर्सर के इस सर्वे में देश के अलग-अलग सेक्टरों के 1,550 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें टेक्नोलॉजी, लाइफ साइंस, फाइनेंशियल सर्विस, कन्ज्यूमर गुड्स, मैन्यूफैक्चरिंग और ऑटोमोटिव शामिल हैं। रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ कि 2025 में 37 फीसदी ऑर्गेनाइजेशन का प्लान अपने यहां कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने का है, जो देश भर में टैलेंट की बढ़ती डिमांड को दर्शाता है।
इस दौरान कंपनियों में छंटनी के भी 11.9 फीसदी पर स्थिर रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। मर्सर इंडिया में करियर लीडर मानसी सिंघल ने बात करते हुए कहा, देश का टैलेंट लैंडस्केप बदलाव के एक अहम दौर से गुजर रहा है। 75 फीसदी संगठनों में बेहतर काम के आधार पर पे प्लान को अपनाया जा रहा है। इससे इस प्रतिस्पर्धी बाजार में कंपनियां प्रतिभाओं को अपनी ओर आकर्षित करने और उन्हें अपने यहां बनाए रखने की प्रवृत्ति को प्राथमिकता दे रही हैं।