1000 मिनट तक बंद रहा UPI सिस्टम, लेनदेन में आई भारी गिरावट
punjabkesari.in Monday, Apr 14, 2025 - 12:39 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः देश की सबसे भरोसेमंद डिजिटल भुगतान प्रणाली यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पिछले पांच सालों में करीब 1000 मिनट तक ठप रही है। बार-बार आ रही तकनीकी समस्याओं के कारण न सिर्फ करोड़ों यूजर्स को लेनदेन में दिक्कतें हुईं, बल्कि रोजाना होने वाले ट्रांजेक्शन में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। नैशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने रुकावटों के पीछे नेटवर्क और सर्वर से जुड़ी तकनीकी दिक्कतों को जिम्मेदार ठहराया है। UPI ने पिछले 5 वर्षों में कुल मिलाकर 1,000 मिनट तक सेवा बंद होने का सामना किया है। 12 अप्रैल को UPI में दो हफ्तों में चौथी बार रुकावट आई।
5 साल में 1,000 मिनट ठप रहा UPI
NPCI के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2020 से मार्च 2025 के बीच UPI सेवाएं कुल 995 मिनट तक ठप रहीं। अगर अप्रैल 2025 के दो नए मामले भी जोड़ दिए जाएं, तो ये आंकड़ा 1,000 मिनट पार कर चुका है। हालांकि, एनपीसीआई की वेबसाइट पर अप्रैल की रुकावटों का विवरण फिलहाल उपलब्ध नहीं है।
लेनदेन में आई गिरावट
26 मार्च को UPI में आई पहली रुकावट के दिन 55 करोड़ लेनदेन दर्ज किए गए, जो पिछले दिन के 58.1 करोड़ लेनदेन की तुलना में लगभग 7 फीसदी कम थे। एक घंटे की रुकावट का मतलब है कि लगभग 4 करोड़ ट्रांजेक्शन प्रभावित हुए।
डेटा सेंटर और नेटवर्क में खामी
सूत्रों के मुताबिक, यूपीआई को होस्ट करने वाले डेटा सेंटर्स के इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) नेटवर्क में गड़बड़ी आने से यह दिक्कत पैदा हुई। जुलाई 2024 में तो UPI सेवा 207 मिनट तक बाधित रही, जो अब तक का सबसे लंबा डाउनटाइम है।
दो कंपनियों का UPI पर दबदबा
मार्च 2025 के लेनदेन डेटा के मुताबिक:
- PhonePe के पास 47.25% बाजार हिस्सेदारी
- Google Pay के पास 36.04%
- Paytm की हिस्सेदारी 6.67%
इन तीनों के पास मिलाकर 90% से ज्यादा UPI बाजार है। बाकी कंपनियों में Navi (1.77%) और SuperMoney (0.94%) शामिल हैं।