TRAI का खुलासा, वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल ने खोए 90 लाख सब्सक्राइबर
punjabkesari.in Thursday, Jan 03, 2019 - 09:28 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों के लिए साल 2018 मुश्किलों भरा रहा। एक तरफ जहां रिलायंस जिओ ने कई कंपनियों को टक्कर दी, वहीं दूसरी ओर कंपनियों के ग्राहकों की संख्या में भी भारी कमी आई है। पिछले साल अक्टूबर महीने में बीएसएनएल और जियो ने मिलकर 10 करोड़ 80 लाख से ज्यादा मोबाइल यूजर्स को अपना ग्राहक बनाया। वहीं बात करें अगर प्राइवेट सेक्टर टेलिकॉम कंपनियों जैसे, वोडाफोन, आइडिया, एयरटेल, टाटा टेलीसर्विस की करें तो इनके ग्राहकों की संख्या में 10 करोड़ से ज्यादा की कमी आई है। अक्टूबर 2018 में ही वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल को 90 लाख से अधिक ग्राहकों ने छोड़ दिया।
TRAI द्वारा जारी किए गए इस डेटा से यकीनन प्राइवेट कंपनियों को चिंता में डाल दिया होगा। बताया जा रहा है कि कुछ कंपनियों द्वारा मिनिमम बैलेंस मेनटेन रखने की खबर के बाद से नवंबर और दिसंबर के महीने में प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों के यूजर्स की संख्या में और गिरावट आई होगी। हालांकि इसका डेटा अभी बाहर नहीं आया है।
वोडाफोन-आइडिया को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
वोडाफोन और आइडिया को मर्ज हुए अभी ज्यादा वक्त नहीं हुआ है। इन दोनों कंपनियों ने बढ़ते कॉम्पिटिशन के चलते एक होने का फैसला किया था, लेकिन इसके बावजूद भी अक्टूबर 2018 में इनके ग्राहकों की संख्या में 70 लाख से अधिक ग्राहकों की कमी दर्ज की गई। वहीं दूसरी ओर करीब 11 लाख ग्राहकों ने एयरटेल की सेवाओं से किनारा कर लिया है। इसके साथ ही टाटा टेलिसर्विसेज को 9 लाख और एमटीएनएल को करीब 8 लाक सब्सक्राइवर्स का नुकसान झेलना पड़ा है।
एक ओर जहां सभी टेलीकॉम कंपनियां ग्राहकों की संख्या में कमी आने के चलते चिंतित हैं, वहीं दूसरी तरफ रिलायंस जियो का दबदबा बढ़ता जा रहा है। अक्टूबर 2018 में रिलायंस जियो के सब्सक्राइबर्स की संख्या में 1 करोड़ से ज्यादा की वृद्धि हुई है। इसके बाद रिलायंस जियो के कुल सब्सक्राइबर्स की संख्या 26 करोड़ 30 लाख के पास पहुंच गई है।
इसके पीछे सबसे बड़ा कारण रिलायंस जियो द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले बेहतरीन प्लान्स हैं, जो ग्राहकों को आकर्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि जियो के आने के बाद से ही बाकी टेलिकॉम कंपनियां अपने ग्राहकों को पहले के मुकाबले सस्ते रेट पर प्लान्स उपलब्ध कराने लगी। बता दें कि इस महीने के अंत में TRAI एक रिपोर्ट जारी करने वाली है, जिसमें इन कंपनियों को हुए नुकसान का सही का डेटा सामने आएगा।