कोरोना काल में बैंकों के क्रेडिट में भारी उछाल, कर्ज 9.16% बढ़ा तो जमा पूंजी में 10.28% की वृद्धि

punjabkesari.in Saturday, Jan 15, 2022 - 01:24 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः कोरोना काल में बैंकों के क्रेडिट में भारी उछाल आया है। क्रेडिट के साथ-साथ जमा पूंजी यानी डिपॉजिट में भी तेजी दर्ज की गई है। बैंक कर्ज 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त पखवाड़े में 9.16 फीसदी बढ़कर 116.83 लाख करोड़ रुपए तथा जमा राशि 10.28 फीसदी की वृद्धि के साथ 162.41 लाख करोड़ रुपए पहुंच गई। 

भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसूचित बैंक के कर्ज और जमा के बारे में शुक्रवार को जारी किए गए 31 दिसंबर, 2021 को समाप्त पखवाड़े के आंकड़े से यह यह पता चला। एक जनवरी, 2021 को समाप्त पखवाड़े में, बैंक लोन 107.02 लाख करोड़ रुपए और जमा 147.26 लाख करोड़ रुपए था। इससे पहले, 17 दिसंबर, 2021 को समाप्त पखवाड़े में, बैंक अग्रिमों में 7.27 फीसदी और जमा में 9.58 फीसदी की वृद्धि हुई थी। वित्त वर्ष 2020-21 में, बैंक लोन में 5.56 फीसदी और जमा में 11.4 फीसदी की वृद्धि हुई थी।

पिछले कुछ सालों में बैंकिंग सेक्टर की बात करें तो वसूली कम हुई है, हालांकि राइट ऑफ में उछाल आया है। बैंक जब अपने ग्राहकों से कर्ज की वसूली नहीं कर पाते हैं तो वह राशि नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स यानी एनपीए में चली जाती है। जब बैंकों का एनपीए काफी अधिक हो जाता है तो वे एनपीए की इस राशि को बट्टे खाते में डाल देते हैं अर्थात राइट ऑफ कर देते हैं। बैंकों के इस राइट ऑफ पर आरबीआई की एक रिपोर्ट सामने आई है, जो चौंकाने वाली है।

9.54 लाख करोड़ रुपए बैड लोन राइट-ऑफ किया गया
इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कमर्शियल बैंकों ने पिछले पांच वर्षों में 9.54 लाख करोड़ रुपए का बैड लोन बट्टे खाते में डाला है। सरकारी बैंक फंसे कर्ज को बट्टे खाते में डालने में सबसे आगे रहे हैं। 9.54 लाख करोड़ में से 7 लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि सरकारी बैंकों द्वारा बट्टे खाते में डाली गई है।


 


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Content Writer

jyoti choudhary

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