सरकारी बैंकों में आज हड़ताल, लेकिन इन बैंकों में नहीं होगी कोई दिक्कत

punjabkesari.in Tuesday, Feb 28, 2017 - 11:39 AM (IST)

नई दिल्लीः पिछले सप्ताह 5 दिनों तक लगातार बैंक बंद होने के बाद सोमवार को बैंक खुले थे। उसके बाद 28 फरवरी को बैंकों में हड़ताल है। नोटबंदी के दौरान अतिरिक्त काम करने के लिए बैंक कर्मचारियों को मुआवजा दिए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर 28 फरवरी को हड़ताल का आह्वान किया है।

ये बैंक खुले रह सकते हैं
निजी क्षेत्र के बैंक जैसे आई.सी.आई.सी.आई., एच.डी.एफ.सी., एक्सिस बैंक और कोटक महिन्द्रा बैंक में कामकाज सामान्य रहने की उम्मीद है। केवल चेक क्लीयरेंस में कुछ देरी हो सकती है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यू.एफ.बी.यू.) के बैनर तले विभिन्न यूनियनों ने हड़ताल का आह्वान किया है जिसका बैंकों के कामकाज पर असर पड़ सकता है।

ये बैंक हो सकते हैं प्रभावित
सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े बैंकों स्टेट बैंक, पंजाब नैशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा सहित कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को पहले ही सूचित कर दिया है कि यदि हड़ताल होती है तो उनकी शाखाओं में कामकाज प्रभावित हो सकता है।

बैंक हड़ताल के बहिष्कार का एेलान
बहिष्कार करने वाली बैंक यूनियन में नैशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स (एन.ओ.बी.डब्ल्यू.) और नैशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक आफिसर्स (एन.ओ.बी.ओ.) हैं। ये दोनों यूनियन आर.एस.एस समर्थित भारतीय मजदूर संघ से जुड़े हुए हैं।

हड़ताल का बहिष्कार कर रहे इन दोनों यूनियनों की और से जारी एक बयान में कहा गया है कि कुछ बैंक यूनियनों ने 28 फरवरी 2017 को हड़ताल का अहवान किया है। इसमें एन.ओ.बी.ड्ब्ल्यू., एन.ओ.बी.ओ. शामिल नहीं हैं। हम अपने सदस्यों से अपील करते हैं कि वह बैंकों में अधिक से अधिक काम करें ताकि इस दौरान ग्राहकों को तकलीफ न हो। इस बयान में आगे कहा गया है कि यह एक राजनैतिक हड़ताल है हम इसका समर्थन नहीं करते।

ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन (ए.आई.बी.ई.ए.) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा है कि 21 फरवरी को मुख्य श्रम आयुक्त के यहां हुई सुलह वार्ता विफल रही बैंक प्रबंधन की अगुवाई कर रहे इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने मांगों पर शर्तों पर सहमति नहीं जताई। उन्होंने कहा कि यूनियनों की मांगों को कोई समाधान नहीं निकल रहा है इसलिए यूएफबीयू ने 28 फरवरी को हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि देश में 27 सार्वजनिक बैंकों का कुल कारोबार में लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा है।


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