Amazon को मिली बड़ी राहत, रिलायंस रिटेल के साथ सौदे पर रोक हटाने की फ्यूचर रिटेल की याचिका खारिज

punjabkesari.in Friday, Oct 22, 2021 - 04:52 PM (IST)

नई दिल्लीः ई-कॉमर्स सेक्टर की दिग्गज कंपनी अमेजन को बड़ी राहत मिली है। सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (SIAC) ने फ्यूचर रिटेल की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें रिलायंस रिटेल के साथ 24713 करोड़ के सौदे पर अंतरिम रोक हटाने की अपील की गई थी। अमेजन ने इस सौदे को चुनौती दी रखी है।

इससे पहले सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत ने 21 अक्टूबर को कहा था कि रिलायंस रिटेल को फ्यूचर ग्रुप की संपत्तियों की बिक्री से जुड़े विवाद में अमजेन और फ्यूचर ग्रुप के बीच चल रही मध्यस्थता में फ्यूचर रिटेल भी एक पक्षकार है। हालांकि फ्यूचर रिटेल ने तर्क दिया था कि उसे प्रमोटर फ्यूचर कूपंस प्राइवेट लिमिटेड व अमेजन के बीच चल रहे विवाद में कोई पार्टी नहीं है तो इसे मध्यस्थता की कार्यवाही से बाहर किया जाना चाहिए। फ्यूचर रिटेल ने शु्क्रवार को नियामकीय सूचना में बताया कि 25 अक्टूबर, 2020 के आपातकालीन मध्यस्थ के अंतरिम फैसले को निरस्त करने की उसकी याचिका पर 21 अक्टूबर, 2021 को एसआईएसी ने फैसला सुनाया है।

नियामकीय सूचना में दी गई जानकारी के मुताबिक ट्रिब्यूनल ने ईए के फैसले को सही पाया और फैसले के बाद की किसी भी घटना या कार्यवाही से प्रभावित नहीं हुआ है जिसके चलते इसे रद्द नहीं किा जा सकता। ट्रिब्यूनल के मुताबिक मामले में ऐसा कुछ भी पेश नहीं किया गया जिससे ईए के फैसले में किसी बदलाव को सही ठहराया जा सके। फ्यूचर रिटेल ने नियामकीय फाइलिंग में कहा कि अभी कंपनी कानूनी विकल्पों पर गौर रही है जिसके बाद ही आगे की कार्रवाई का फैसला किया जाएगा।

यह है पूरा मामला

  • फ्यूचर ने अपनी खुदरा, थोक, लॉजिस्टिक्स व वेयरहाउसिंग संपत्तियों की बिक्री के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल इकाई के साथ 24713 करोड़ का सौदा किया है। रिलायंस रिटेल ने इस सौदे के बारे में पिछले साल अगस्त 2020 में जानकारी दी थी।
  • अमेजन इस सौदे के खिलाफ है। अमेजन का कहना है कि यह सौदा उसके और किशोर बियानी के नेतृत्व वाली कंपनी के साथ हुए सौदे का उल्लंघन है। अमेजन का एफसीपीएल में निवेश है जिसकी फ्यूचर रिटेल में हिस्सेदारी है। अगस्त 2019 में अमजेन फ्यूचर की गैर-लिस्टेड फर्म फ्यूचर कूपंस में 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए सौदा किया था जिसके तहत तीन से 10 साल की अवधि में उसे फ्यूचर रिटेल में हिस्सेदारी खरीदने का अधिकार मिला। फ्यूचर कूपंस की फ्यूचर रिटेल में कंवर्टिबल वारंट्स के जरिए 7.3 फीसदी हिस्सेदारी है।
  • रिलायंस के साथ सौदे पर अमेजन ने फ्यूचर को सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत में खींच लिया।
  • इमरजेंसी आर्बिट्रेटर (ईए) ने अक्टूबर 2020 में अमेजन के पक्ष में एक अंतरिम फैसला सुनाया जिस पर रोक लगाने की फ्यूचर रिटेल की याचिका को SIAC ने खारिज कर दिया।
  • इस मसले को लेकर भारत में सुप्रीम कोर्ट्स समेत कुछ अदालतों में याचिकाएं दायर हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी ईए को फैसले को सही ठहराया था।

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Content Writer

jyoti choudhary

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