GST के कारण, सर्विस सेक्टर जुलाई में 4 साल के निम्न स्तर पर

punjabkesari.in Thursday, Aug 03, 2017 - 04:43 PM (IST)

नई दिल्लीः माल एवं सेवाकर (जी.एस.टी.) लागू होने का असर सेवा क्षेत्र पर भी दिखाई दिया। जुलाई में जी.एस.टी. लागू होने के बाद सेवा क्षेत्र की गतिविधियां पिछले चार साल के निम्न स्तर पर पहुंच गई। एक मासिक सर्वेक्षण में यह निष्कर्ष सामने आया है। मासिक आधार पर सेवा क्षेत्र की गतिविधियों का आकलन करने वाला 'दि निक्केई इंडिया सविर्सिज पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स' (पी.एम.आई.) जुलाई माह में गिरकर 45.9 पर आ गया। यह आंकड़ा सितंबर 2013 के बाद सबसे कम है। एक महीना पहले जून में यह आठ माह के उच्चस्तर 53.1 अंक पर था। जुलाई के सेवा क्षेत्र के पी.एम.आई. आंकड़े इस कैलेंडर वर्ष में आने वाली पहली गिरावट को भी दर्शाते हैं।

आई.एच.एस. मार्किट की प्रधान अर्थशास्त्री पॉलीयाना डी लीमा ने रिपोर्ट में कहा है, जुलाई के पी.एम.आई. आंकड़े पूरे भारत में गतिविधियों में गिरावट को दर्शाते हैं, जून में गतिविधियों में तेजी आने के बाद जुलाई में अर्थव्यवस्था वापसी के रुख में आ गई। सर्वेक्षण में कहा गया है कि जी.एस.टी. लागू होने के बाद सेवा क्षेत्र की कंपनियों का कहना है कि नए काम के आर्डर कम आए है जिससे गतिविधियां सुस्त पड़ गईं।
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वर्ष 2009 के बाद पहली बड़ी गिरावट
विनिर्माण क्षेत्र में आई गिरावट के बाद सेवा क्षेत्र में भी जुलाई में गिरावट का रुख रहा। जुलाई में नए आर्डर और उत्पादन घटने से विनिर्माण क्षेत्र में भी गिरावट रही। इसके साथ ही निक्केई इंडिया कंपोजिट पी.एम.आई. आउटपुट इंडेक्स (जो विनिर्माण और सेवा क्षेत्र दोनों को मापता है) जुलाई माह में तेजी से गिरकर 46.0 अंक रह गया। एक माह पहले जून में यह 52.7 अंक पर था। वर्ष 2009 के बाद यह पहली बड़ी गिरावट है, इससे बाजार में बिक्री गतिविधियों का पता चलता है। बहरहाल, सेवा प्रदाता आगामी 12 माह के परिदृश्य को लेकर आशावादी हैं।


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