लक्ष्य से ज्यादा मिलेगा प्रतिभूति लेनदेन टैक्स, पहली छमाही में ही मिल गए 14,000 करोड़ रुपए
punjabkesari.in Tuesday, Oct 03, 2023 - 01:17 PM (IST)
नई दिल्लीः चालू वित्त वर्ष में प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) से सरकार को मिलने वाला राजस्व बजट अनुमान के भी पार जा सकता है। अप्रैल से सितंबर तक सरकारी खजाने में सालाना अनुमान के 50 फीसदी से भी ज्यादा एसटीटी आ चुका है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि अंतरिम आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में एसटीटी के मद में करीब 14,000 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। पूरे साल में 27,625 करोड़ रुपए पाने का लक्ष्य रखा गया है यानी आधे से ज्यादा रकम पहले ही आ चुकी है।
प्रतिभूति लेनदेन कर राजस्व में इजाफा मुख्य रूप से शेयर बाजार में तेजी और वायदा एवं विकल्प सौदों की बिक्री पर एसटीटी की दरें बढ़ाने से हुई है। साथ ही नए निवेशक आने से ट्रेडिंग गतिविधियों में तेजी आई है। इसका भी एसटीटी संग्रह बढ़ाने में योगदान रहा है। पिछले कुछ वर्षों के कर संग्रह के रुझान को देखते हुए अधिकारियों को लगता है कि केंद्र के कुल कर राजस्व में प्रतिभूति लेनदेन कर का अच्छा खासा योगदान रहेगा। उक्त अधिकारी ने कहा कि स्टॉक एक्सचेंजों पर नकद एवं डेरिवेटिव्स श्रेणियों में नए निवेशक आने से एसटीटी संग्रह में इजाफा हुआ है।
2023 के बजट में वायदा और विकल्प सौदों की बिक्री पर एसटीटी की दर में 25-25 फीसदी इजाफा कर दिया गया था। नया नियम 1 अप्रैल से लागू हुआ था और कर की बढ़ी दर के बावजूद सौदे की मात्रा में कमी नहीं आई, उलटे सौदे बढ़ गए। इसके अलावा 8 महीने में करीब 1 करोड़ नए निवेशकों के जुड़ने से भी कर संग्रह बढ़ने का अनुमान लगाया गया है।
अप्रैल से सितंबर के दौरान निफ्टी में करीब 13 फीसदी, निफ्टी मिडकैप में 35 फीसदी और स्मॉल कैप में 42 फीसदी की तेजी आई है। वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही के बाद यह बाजार का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा है। विशेषज्ञों ने कहा कि बाजार में तेजी और रिकॉर्ड संख्या में कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम आने से शेयरों की खरीद-बिक्री में भी इजाफा हुआ है, जिससे एसटीटी संग्रह में वृद्धि हुई है।
अधिकारी ने संकेत दिया कि चालू वित्त वर्ष के लिए संशोधित अनुमान में वृद्धि हो सकती है और अगले वित्त वर्ष के लिए संग्रह के लक्ष्य में भी इजाफा होने की संभावना है।