म्यूचुअल फंड परिसंपत्तियों में 2025 में 14 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि
punjabkesari.in Wednesday, Dec 31, 2025 - 02:55 PM (IST)
नई दिल्लीः म्यूचुअल फंड उद्योग ने 2025 में अपनी मजबूती बरकरार रखते हुए परिसंपत्ति आधार में रिकॉर्ड 14 लाख करोड़ रुपए जोड़े। खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी और व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) में लगातार रिकॉर्ड निवेश के चलते उद्योग का कुल प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति (AUM) नवंबर 2025 तक बढ़कर 81 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के सीईओ वेंकट चालसानी ने कहा कि उद्योग का परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है। उन्होंने बताया कि मजबूत SIP प्रवाह विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की निकासी की भरपाई कर रहे हैं और बाजार को स्थिरता प्रदान कर रहे हैं।
AMFI के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2025 में म्यूचुअल फंड उद्योग में शुद्ध निवेश प्रवाह 7 लाख करोड़ रुपए रहा, जबकि निवेशक आधार में 3.36 करोड़ नए निवेशक जुड़े। केवल SIP के माध्यम से ही करीब 3 लाख करोड़ रुपए का निवेश दर्ज किया गया।
इन प्रवाहों के चलते उद्योग का AUM 2024 के अंत में 67 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर नवंबर 2025 के अंत तक 81 लाख करोड़ रुपए हो गया यानी करीब 21 प्रतिशत की वृद्धि। हालांकि यह वृद्धि दर 2024 (31%) और 2023 (27%) से कम रही लेकिन दीर्घकालिक रुझान अब भी मजबूत बना हुआ है।
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के अनुसंधान प्रमुख प्रबंधक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि 2025 में AUM में तेजी का मुख्य कारण मजबूत शेयर बाजार प्रदर्शन और SIP के जरिये लगातार खुदरा निवेश रहा। उन्होंने बताया कि घरेलू बचत का वित्तीयकरण, पहली बार निवेश करने वालों की बढ़ती संख्या और म्यूचुअल फंड को पारदर्शी व विनियमित निवेश विकल्प के रूप में बढ़ती स्वीकार्यता ने उद्योग को मजबूती दी है।
चालसानी ने कहा कि मध्यम से दीर्घ अवधि में बढ़ती वित्तीय जागरूकता, छोटे शहरों से निवेशकों की भागीदारी और SIP की लोकप्रियता उद्योग की स्थिर और व्यापक वृद्धि को आगे भी समर्थन देती रहेगी।
गौरतलब है कि म्यूचुअल फंड उद्योग ने लगातार 13वें साल AUM में वृद्धि दर्ज की है, जो दीर्घकालिक निवेश की ओर संरचनात्मक बदलाव को दर्शाता है। 2025 में निफ्टी 50 में 8.4 प्रतिशत और बीएसई सेंसेक्स में करीब 10 प्रतिशत की बढ़त ने भी निवेशकों की धारणा को मजबूती दी।
इक्विटी-उन्मुख योजनाओं में शुद्ध निवेश 3.53 लाख करोड़ रुपए रहा, जबकि SIP प्रवाह सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में लगातार 29,000 करोड़ रुपए से ऊपर बना रहा। अक्टूबर में SIP निवेश ने 29,529 करोड़ रुपए का अब तक का सर्वकालिक रिकॉर्ड बनाया। पूरे साल में SIP के माध्यम से निवेश 3.03 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया, जो अब तक का उच्चतम स्तर है।
