एनपीए बढऩे से SBI का मुनाफा 66 प्रतिशत घटा

punjabkesari.in Friday, May 27, 2016 - 04:45 PM (IST)

कोलकाताः सार्वजनिक क्षेत्र के देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई.) की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एन.पी.ए.) बढऩे से 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 66.23 प्रतिशत घटकर 1263.81 करोड़ रुपए रह गया। वित्त वर्ष 2014-15 की अंतिम तिमाही में बैक ने 3742.02 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। 

बैंक ने निदेशक मंडल की बैठक के बाद बताया कि एन.पी.ए. बढऩे और इसके लिए प्रावधान बढ़ाकर लगभग ढाई गुणा करने से उसका मुनाफा प्रभावित हुआ है। पिछले साल 31 मार्च को बैंक का सकल एन.पी.ए. 56725.34 करोड़ रुपए (कुल ऋण उठाव का 4.25 प्रतिशत) था। पिछले 31 दिसंबर को यह बढ़कर 72791.73 करोड़ रुपए (5.10 प्रतिशत) पर तथा 31 मार्च 2016 को 98172.80 करोड़ रुपए (6.50 प्रतिशत) पर पहुंच गया।  

बैंक ने एन.पी.ए. के मद में किया गया प्रावधान पिछले साल 31 मार्च के 4985.83 करोड़ रुपए से बढ़ाकर इस साल 31 मार्च को समाप्त तिमाही में 12139.17 करोड़ रुपए कर दिया है। तिमाही के दौरान उसकी कुल आमदनी में 10.10 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यह 48616.41 करोड़ रुपए से बढ़कर 53526.97 करोड़ रुपए पर पहुंच गई है।

केनरा बैंक को 3905 करोड़ रुपए का घाटा
वित्त वर्ष 2016 की चौथी तिमाही में केनरा बैंक को 3905 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में केनरा बैंक को 613 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। वित्त वर्ष 2016 की चौथी तिमाही में केनरा बैंक की ब्याज आय 4.5 फीसदी घटकर 2374 करोड़ रुपए रही है। वित्त वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में केनरा बैंक की ब्याज आय 2486 करोड़ रुपए रही थी।

तिमाही दर तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में केनरा बैंक का ग्रॉस एनपीए 5.84 फीसदी से बढ़कर 9.4 फीसदी रहा है। तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में केनरा बैंक का नेट एनपीए 3.9 फीसदी से बढ़कर 6.42 फीसदी रहा है। रुपए में केनरा बैंक के एनपीए पर नजर डालें तो, तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में ग्रॉस एनपीए 19813 करोड़ रुपए से बढ़कर 31638 करोड़ रुपए रहा है। तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में नेट एनपीए 12,940 करोड़ रुपए से बढ़कर 20,833 करोड़ रुपए रहा है।

तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में केनरा बैंक की प्रोविजनिंग 1429 करोड़ रुपए से बढ़कर 6331 करोड़ रुपए रही है। वित्त वर्ष 2015 की जनवरी-मार्च तिमाही में केनरा बैंक की प्रोविजनिंग 109.6 करोड़ रुपए रही थी। वित्त वर्ष 2016 की जनवरी-मार्च तिमाही में केनरा बैंक को 779.5 करोड़ रुपए का टैक्स क्रैडिट हासिल हुआ है। वित्त वर्ष 2015 की जनवरी-मार्च तिमाही में केनरा बैंक को टैक्स पर 110 करोड़ रुपए खर्च करना पड़ा था।

सेंट्रल बैंक को 666 करोड़ का नुक्सान 
सार्वजनिक क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एन.पी.ए.) बढ़कर करीब दुगुणा हो जाने के कारण 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष 2015-16 में समग्र आधार पर उसे 1396.37 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ। वित्त वर्ष 2014-15 में उसे 666.06 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था। बैंक ने आज जारी बयान में बताया कि इस दौरान उसका सकल एन.पी.ए. 6.09 प्रतिशत से बढ़कर 11.95 प्रतिशत तथा शुद्ध एन.पी.ए. 3.61 प्रतिशत से बढ़कर 7.36 प्रतिशत पर पहुंच गया। उसने बताया कि आलोच्य वित्त वर्ष में उसकी कुल समग्र आय में गिरावट आई है। यह 28376.37 करोड़ रुपए से 1.57 प्रतिशत कम होकर 27932.13 करोड़ रुपए पर आ गई है। 

हरको का शुद्ध लाभ बढ़ा
हरियाणा के राज्य सरकार द्वारा संचालित हरियाणा स्टेट कोआेपरेटिव एपेक्स बैंक (हरको) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2015-16 में 46.9 प्रतिशत बढ़कर 23.8 करोड़ रुपए रहा। हरियाणा के सहकारिता राज्यमंत्री बिक्रम सिंह यादव की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में आज बैंक की वित्तीय स्थिति की समीक्षा की गई। बैंक का सकल लाभ वित्त वर्ष 2015-16 में 41.9 करोड़ रुपए रहा जो पिछले वित्त वर्ष में 27.8 करोड़ रुपए था। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि यादव ने वित्त वर्ष 2015-16 के लिए हरको बैंक के अंकेक्षित वित्तीय परिणाम भी घोषित किए। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष में कर्ज की वसूली 99.66 प्रतिशत रही। इस वित्त वर्ष में बैंक ने 7,608.1 करोड़ रुपए का कर्ज बांटा जो पिछले वित्त वर्ष में 6,748.6 करोड़ रुपए था। हरको बैंक के प्रबंध निदेशक सी. एम. सिंघल ने बताया कि कोर बैंकिंग समाधान (सीबीएस) प्रणाली को बैंक और अन्य सभी केंद्रीय सहकारी बैंकों में लागू किया गया है। इसके अलावा रुपे डैबिट कार्ड, रुपे किसान कार्ड, आधार आधारित भुगतान प्रणाली, ई-ग्राहक पहचान, मोबाइल बैंकिंग इत्यादि सुविधाएं वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान बैंक के ग्राहकों को उपलब्ध कराई जाएंगी।


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