रुपया 2026 तक 86.5/$ तक पहुंच सकता है: नोमुरा
punjabkesari.in Saturday, Nov 22, 2025 - 11:35 AM (IST)
बिजनेस डेस्कः नोमुरा (Nomura) के इंडिया इकॉनॉमिस्ट औरोदीप नंदी (Aurodeep Nandi) का कहना है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत का मीडियम-टर्म आर्थिक दृष्टिकोण मजबूत है। उनके अनुसार रुपए की संभावित मजबूती, स्थिर विकास दर और मौद्रिक नीतियों में ढील की संभावना आने वाले समय में आर्थिक गतिविधियों को सहारा देती रहेगी।
रुपया मजबूत हो सकता है
नंदी के मुताबिक, भारत–अमेरिका के बीच संभावित ट्रेड डील का भारतीय रुपए पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। नोमुरा के अनुमान के अनुसार...
- दिसंबर 2025 के अंत तक: रुपए का स्तर लगभग 88 प्रति डॉलर
- 2026 की पहली तिमाही: 87.6 प्रति डॉलर
- 2026 के अंत तक: 86.5 प्रति डॉलर
उन्होंने कहा कि डील की अंतिम टैरिफ दर सबसे निर्णायक कारक होगी। यदि यह 15–20% के भीतर रहती है, तो भारत को अन्य एशियाई देशों की तरह फायदा होगा, लेकिन इससे अधिक टैरिफ भारतीय निर्यातकों पर दबाव डाल सकती है।
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अक्टूबर में रिकॉर्ड ट्रेड डेफिसिट
औरोदीप नंदी के अनुसार अक्टूबर में भारत का ट्रेड डेफिसिट 41 अरब डॉलर से अधिक रहा, जो अनुमानों से कहीं ऊपर है। यह स्थिति अमेरिकी टैरिफ के कारण निर्यात में कमजोरी और सोने सहित आयात में तेज बढ़ोतरी को दर्शाती है।
इसके बावजूद नोमुरा ने FY26 के लिए चालू खाते के घाटे (CAD) का अनुमान केवल थोड़ा बढ़ाते हुए GDP के 1.2% पर रखा है। नंदी का कहना है कि वित्त वर्ष के अंत तक आमतौर पर ट्रेड डेफिसिट में कमी आती है और बाहरी जोखिमों में तेज बढ़ोतरी की संभावना फिलहाल कम है।
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GDP ग्रोथ अनुमान
नोमुरा का अनुमान है कि जुलाई–सितंबर तिमाही में GDP ग्रोथ 7.6% रह सकती है। नंदी ने यह भी कहा कि पिछली तिमाही का 7.8% ग्रोथ लो-प्राइस डिफ्लेटर्स की वजह से थोड़ा बढ़ा हुआ था और यह प्रभाव अगले कुछ महीनों में भी देखने को मिल सकता है।
नोमुरा ने आगे कहा....
- FY26 GDP ग्रोथ: 7%
- FY27 GDP ग्रोथ: 6.6%
नंदी के अनुसार, पहले की मौद्रिक ढील, भारत–अमेरिका ट्रेड डील की संभावना और वैश्विक स्तर पर कम उतार-चढ़ाव आने वाले समय में भारत के लिए सकारात्मक कारक साबित होंगे।
