गेहूं-चावल की कीमतों में उछाल, चावल की कीमतों में 7% की तो गेहूं की कीमतों में 4% की बढ़ोतरी

punjabkesari.in Wednesday, Aug 24, 2022 - 05:22 PM (IST)

नई दिल्लीः सरकार ने भले ही गेहूं का इंपोर्ट ये कहते हुए इनकार किया है कि देश में गेहूं का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है लेकिन सच्चाई तो ये है कि त्योहारों से पहले गेहूं और चावल दोनों की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है।  

गेहूं की कीमत 4 फीसदी और चावल की कीमत 7 फीसदी बढ़ी है। गेहूं 24-26 रुपए प्रति किलो में मिल रहा है। वहीं, चावल की कीमतें 1-2 रुपए प्रति किलो बढ़ीं हैं। भारी बारिश से गेहूं मंडियों में नहीं पहुंच पा रहा है। हालांकि सरकार ने गेहूं इंपोर्ट से इनकार किया है। सरकार का कहना है कि देश में गेहूं का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। गेहूं के इंपोर्ट की जरूरत नहीं है।

गौरतलब है कि इस साल गेहूं की फसल उत्पादन और गुणवत्ता दोनों दृष्टि से काफी कमजोर रही है। अत्यधिक गर्मी के कारण गेहूं की फसल की कटाई के समय ही गेहूं का दाना सिकुड़ गया था जिसकी वजह से उत्पादन कम हुआ और क्वालिटी भी बिगड़ गई। यही बड़ा कारण था कि गेहूं के भाव अप्रैल 2022 से ही एमएसपी से काफी ऊंचे बने हुए थे। जिसका असर यह हुआ कि सरकारी खरीद बुरी तरह प्रभावित हुई और कुल सरकारी खरीद 189 लाख टन से आगे नहीं बढ़ पाई थी।

बता दें कि बारिश की कमी से इस साल धान की बुआई घटी है। धान की बुआई पिछले साल के मुकाबले 8 फीसदी घटी है। आंकड़ों के मुताबिक चावल की खरीफ रोपाई में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। उत्तर प्रदेश से पश्चिमी बंगाल तक मानसून काफी कमजोर रहने से धान रोपाई लगभग 13 प्रतिशत कम बतायी जा रही है। जानकारों का कहना है कि इसके असर से लगभग डेढ़ करोड़ टन चावल का उत्पादन कम हो सकता है।


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Content Writer

jyoti choudhary

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