2022 तक ई-कॉमर्स क्षेत्र का राजस्व 52 अरब डॉलर पर पहुंचेगा

punjabkesari.in Sunday, Jun 24, 2018 - 05:15 PM (IST)

नई दिल्लीः देश में आनलाइन खुदरा कारोबार (ई-कॉमर्स) का राजस्व 2017 में 25 अरब डॉलर था, जिसके 20.2 प्रतिशत सालाना की वृद्धि के साथ 2022 तक 52 अरब डॉलर होने की उम्मीद है। डिजिटल व विपणन कंपनी एडमिटेड की एक रिपोर्ट के अनुसार 2017 में जनसंख्या में 37 फीसदी लोग इंटरनेट उपयोक्ता थे जिनमें से 14 फीसदी नियमित रूप से आनलाइन खरीदारी कर रहे थे।

जनसंख्या में इंटरनेट उपयोक्ताओं की यह भागीदारी 2021 तक बढ़कर 45 फीसदी प्रतिशत होने की उम्मीद है। इसी तरह आनलाइन क्रेताओं की संख्या भी बढ़कर 90 फीसदी होने की उम्मीद है। इसके अनुसार ज्यादातर खरीद (56%) डेस्कटॉप के जरिए की जा रही है। आनलाइन खरीद में स्मार्टफोन का हिस्सा 30 फीसदी है लेकिन 2020 तक मोबाइल घनत्व बढ़कर जनसंख्या का 54 फीसदी होने की उम्मीद है ऐसे में भारत में एम (मोबाइल) कॉमर्स में बड़ी उम्मीद है और इसकी ई-कॉमर्स राजस्व में 70 फीसदी भागीदारी होगी। 

रिपोर्ट के अनुसार लगभग 57 प्रतिशत भारतीय आपूर्ति के समय भुगतान (पीओडी) को वरीयता देते हैं। वहीं 15 प्रतिशत डेबिट कार्ड से जबकि 11 प्रतिशत क्रेडिट कार्ड से भुगतान को वरीयता देते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘हालांकि निकट भविष्य में यह सब बदलने वाला है। मोबाइल उपयोक्ताओं की बढ़ती संख्या के साथ सरकार नागरिकों को गैर नकदी वाले भुगतान के लिए प्रोत्साहित कर रही है और आने वाले दशक में डिजिटल लेनदेन में बढ़ोतरी होनी चाहिए।’ 


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jyoti choudhary

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