रेलवे ने 31 हजार से ज्यादा लोगों पर ठोका जुर्माना, जानें क्या किया था गुनाह
punjabkesari.in Monday, May 19, 2025 - 06:10 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः रेलवे और सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद कुछ लोग रेलवे स्टेशनों पर गंदगी फैलाने और थूकने की आदत नहीं छोड़ पा रहे हैं लेकिन अब पूर्व रेलवे ने ऐसे लोगों पर सख्ती से कार्रवाई करने की ठान ली है। जनवरी से मार्च 2025 के बीच, पूर्व रेलवे ने 31,576 लोगों को स्टेशन परिसरों को गंदा करते हुए पकड़ा और उनसे ₹32,31,740 का जुर्माना वसूला।
रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 140 के तहत स्टेशन परिसर में थूकने या कचरा फैलाने पर ₹500 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। हालांकि कुछ मामलों में यह अपराध दंडनीय भी हो सकता है, जिससे सजा भी हो सकती है लेकिन आमतौर पर जुर्माने से ही निपटा जाता है। स्टेशन के प्लेटफार्म, लिफ्ट, फुट ओवरब्रिज और ट्रेनों में गंदगी फैलाने से न केवल स्वच्छता पर असर पड़ता है, बल्कि अन्य यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। पूर्व रेलवे, जिसका मुख्यालय कोलकाता में है, स्वच्छता बनाए रखने और यात्रियों में जागरूकता बढ़ाने के लिए लगातार अभियान चला रहा है, जिससे रेलवे परिसर स्वच्छ और सुरक्षित बने रहें।
पटरियों को कचरा मुक्त करने की पहल
कोलकाता मुख्यालय वाली पूर्व रेलवे ने स्टेशन परिसरों और रेल पटरियों की साफ-सफाई को लेकर गंभीर रुख अपनाया है। अधिकारियों के अनुसार, पूरे नेटवर्क में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्लेटफॉर्म और स्टेशन परिसर में थूकने और गंदगी फैलाने की प्रवृत्ति अब भी सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है, जिससे स्वच्छता अभियानों पर असर पड़ता है।
अच्छी आदतों वालों को गुलाब से किया सम्मानित
पूर्व रेलवे ने स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सकारात्मक उपायों को भी अपनाया है। जिन यात्रियों और विक्रेताओं ने स्वच्छता के प्रति जिम्मेदार व्यवहार दिखाया, उन्हें गुलाब के फूल देकर सम्मानित किया गया। साथ ही, रेलवे ने विभिन्न स्टेशनों पर जागरूकता अभियान चलाए हैं, जिनका उद्देश्य यात्रियों को स्वच्छता के महत्व के प्रति संवेदनशील बनाना है।
इन अभियानों को सफल बनाने में स्वास्थ्य विभाग, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्टेशन कर्मचारियों की भी सक्रिय भूमिका रही है। यह पहल नियमित रूप से जारी है ताकि स्वच्छ और सुरक्षित यात्रा का माहौल सुनिश्चित किया जा सके।