सिरिंज-सुइयों पर कमाया जा रहा मोटा मुनाफा, एेसे ठगे जा रहे हैं आप

punjabkesari.in Thursday, Mar 08, 2018 - 01:34 PM (IST)

नई दिल्लीः राष्ट्रीय फार्मा मूल्य प्राधिकरण (एनपीपीए) ने कहा है कि सिरिंज और सुइयां काफी ऊंची कीमत पर बेची जा रही हैं। वितरकों को ये उत्पाद जिस दाम पर दिए जाते हैं आगे इन्हें कई गुना कीमत पर बेचा जाता है। कुछेक मामले में तो 1,250  प्रतिशत तक का मार्जिन लिया जा रहा है। एनपीपीए ने कहा कि आधिकारिक सूत्रों और विनिर्माताओं तथा आयातकों से उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर उसने सिरिंज और सुइयों में व्यापार मार्जिन या मुनाफे का विश्लेषण किया है।

नियामक ने एक ज्ञापन में कहा कि सुई के साथ 5 एमएल की हाइपार्डिमक डिस्पोजेबल सिरिंज वितरकों को औसतन 2.31 रुपए पर दी जाती हैं। इन्हें 13.08 रुपए के अधिकमत खुदरा मूल्य पर बेचा जा रहा है। यानी में इसमें 1,251 प्रतिशत तक का मार्जिन लिया जा रहा  है। वहीं सुई के बिना 50 एमएल की हाइपोर्डिमक डिस्पोजेबल सिरिंग को अधिकतम 1,249  प्रतिशत मार्जिन के साथ बेचा जा रहा है। वितरकों को इसकी लागत 16.96 रुपए पड़ती है और आगे इसे 97 रुपए के अधिकतम खुदरा मूल्य पर बेचा जा रहा है। नियामक ने कहा कि एक एमएल की सुई के साथ इन्सुलिन सिरिंज को 400 प्रतिशत के मुनाफे पर बेचा जा रहा है। वहीं बिना सुई वाली इस सिरिंज पर 287 प्रतिशत मुनाफा कमाया जा रहा है।

एनपीपीए ने कहा कि डिस्पोजेबल हाइपोर्डिमक सुई को 789 प्रतिशत के ऊंचे मार्जिन के साथ बेचा जा रहा है। वितरकों को इसका औसत मूल्य 1.48 रुपए बैठता है और इसे 4.33 रुपए के अधिकतम खुदरा मूल्य पर बेचा जाता है। एपिड्यूरल सुई का वितरकों को औसत मूल्य 160 रुपए बैठता है। इसे 730 रुपए के अधिकतम खुदरा मूल्य पर बेचा जा रहा है। यानी इसमें 356 प्रतिशत का मुनाफा काटा जा रहा है। 


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